केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बीते कल यानि बुधवार के दिन किसान भाइयों के लिए बड़ी रियायत दी है. दरअसल, रबी मौसम 2022-23 खेती के लिए भारत सरकार ने विभिन्न पोषक तत्वों यानी नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P), पोटाश (K) और सल्फर (S) के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (NBS) दरों में बदलाव कर उर्वरक विभाग (Department of Fertilizers) के प्रस्ताव को मंजूरी दी. इसके अलावा सरकार ने खरीफ मौसम 2023 के लिए भी फॉस्फेट और पोटाश (पी एंड के) उर्वरकों की एनबीएस (NBS of fertilizers) दरों को मंजूरी दे दी है.
मिली 38 हजार करोड़ की सब्सिडी को मंजूरी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने किसानों को गुणवत्ता और सब्सिडी वाले फास्फेट और पोटाश (पी एण्ड के) उर्वरक प्रदान करने के लिए खरीफ 2023 के लिए 38,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी की सुविधा (Subsidy Facility) देने का ऐलान कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, देश के किसानों को मिट्टी की पोषक तत्वों (Soil Nutrients) को बनाने रखने के लिए उर्वरक सब्सिडी (Fertilizer Subsidy) को 1.08 लाख करोड़ रुपए तक कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि इसमें केंद्रीय बजट 2023-24 के यूरिया पर करीब 70 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी भी शामिल है.
इन उर्वरक पर मिलेगी सब्सिडी
इस दौरान उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि कैबिनेट में खरीफ सीजन (kharif Season) में किसानों के लिए बड़ी राहत की खबर दी है. उन्होंने कहा कि फास्फेट और पोटाश उर्वरकों (Phosphate and Potash Fertilizers) के लिए पोषक तत्व आधारित सब्सिडी (एनबीएस) दरों को मंजूरी दे दी गई है जिसके तहत अब किसानों को उर्वरकों पर निम्नलिखित सब्सिडी दी जाएगी.
-
नाइट्रोजन (एन) पर 76 रुपये प्रति किलोग्राम
-
फास्फोरस (पी) पर 41 रुपये प्रति किलोग्राम
-
पोटाश (के) पर 15 रुपये प्रति किलोग्राम
-
सल्फर (एस) पर 2.8 रुपये प्रति किलोग्राम की सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी.
इतने महीनों तक मिलेगी सब्सिडी
एनबीएस योजना (NBS Scheme) के द्वारा भारत सरकार ने खरीफ सीजन- 2023 के लिए 1 अप्रैल, 2023 से लेकर 30 सितंबर, 2023 तक के लिए एनबीएस (NBS) दरों को मंजूरी दे दी है, ताकि गरीब व निर्धन किसान भाइयों को कम कीमतों में फॉस्फेटिक और पोटाश (पी एंड के) उर्वरक के 25 ग्रेड (Grade) उपलब्ध हो सकें.
ये भी पढ़ें: DAP खाद के फायदे व नुकसान, उपयोग करने से पहले पढ़ ले ये खबर
कैबिनेट के फैसले से खरीफ सीजन (Kharif Season) के दौरान सब्सिडी वाले, किफायती और उचित मूल्य पर किसानों को डीएपी (DAP) और अन्य पीएण्डके उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का दोहरा लाभ मिलेगा.