Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 10 June, 2021 12:00 AM IST
Agriculture News

किसानों के लिए खेतीबाड़ी में पानी का विशेष महत्व है. तमाम तरह की फसलों को उगाने के लिए पानी की आवश्यकता पड़ती ही है. कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां खेती करने के लिए पानी की बड़ी किल्लत रहती है, इसलिए केंद्र और राज्य सरकारों ने तमाम योजनाएं संचालित कर रखी हैं. इसी कड़ी में दक्षिण हरियाणा (Haryana) के लिए हर खेत पानी योजना बनाई गई है.

क्या है हर खेत पानी योजना

इस योजना के तहत अगर कोई किसान लगभग 2 कनाल भूमि में पानी टैंक (Water Tank) का निर्माण करवाता है, तो उसे सब्सिडी (Subsidy) दी जाएगी. यह योजना फिलहाल जारी है.

हर खेत पानी योजना के तहत सब्सिडी

कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा बताया गया है कि हर खेत पानी योजना के तहत ही सरकार किसानों को फव्वारा व ड्रिप सिंचाई पर भी 85 फीसदी सब्सिडी दे रही है. इसके अलावा, सरकार इन टैंकों पर सोलर पैनल (Solar Panel) भी लगवा रही है. इस पर किसानों को 85 फीसदी तक अनुदान दिया जा रहा है.

हर खेत पानी योजना के लिए आवेदन

इसके लिए माइक्रो इरीगेशन एवं कमांड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (मिकाडा) हरियाणा पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है. खास बात यह है कि इस योजना का लाभ किसान अकेला भी उठा सकता है और सामूहिक तौर पर भी अपना टैंक बनवा सकते हैं.

गेहूं-चावल की खेती से नहीं बढ़ रही आमदनी

कृषि मंत्री का कहना है कि ने कई साल से लगतातार गेहूं और चावल की खेती की जा रही है.  इससे खेती की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, साथ ही किसानों की आमदनी भी नहीं बढ़ पाती है. ऐसे में किसानों की आमदनी (farmers income) बढ़ाने के लिए और पानी की बचत करने के लिए फसल विविधिकरण जैसी योजना शुरू की गई है. इससे किसान परंपरागत खेती छोड़कर लाभदायक खेती की तरफ बढ़ सकता है.

सफल किसानों पर बनेगी डॉक्यूमेंट्री

खास बात यह है कि किसान अपनी जमीन की फर्द को jamabandi.nic.in पर जाकर भी ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं. बता दें कि सफल प्रगतिशील किसानों की सफलता की कहानी पर डॉक्यूमेंट्री भी तैयार की जाएगी. इसके अलावा उन पर एक बुकलेट भी प्रकाशित होगी.

English Summary: Farmers will get 85% subsidy on installation of water tanks
Published on: 10 June 2021, 11:55 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now