अगर आप समय पर लोन वापस कर देंगे, तो आपका सिविल स्कोर भी अच्छा रहेगा. इसके साथ ही भविष्य में खेती-किसानी के लिए पैसा लेना आसान बना रहेगा. आपको बता दें कि किसी भी बैंक, को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ लिया जा सकता है. यह कार्ड नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) जारी करता है. इसके साथ ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से भी किसानों को यह सुविधा देता है.
आमतौर पर इन सभी बैंकों से केसीसी के तहत लिए गए लोन को 31 मार्च तक वापस करना होता है. इसके बाद किसान फिर अगले साल के लिए पैसा ले सकता है. अहम जानकारी बता दें कि एक समझदार किसान समय पर पैसा जमा करके ब्याज में छूट ले सकते हैं. इसके 2 से 4 दिन बाद फिर से पैसा निकाल सकते हैं. इस तरह बैंक में भी रिकॉर्ड सही बना रहता है और खेती के लिए पैसे की कमी भी नहीं पड़ती है.
किसान क्रेडिट कार्ड पर 9 प्रतिशत लगता है ब्याज
केसीसी पर लिए गए 3 लाख रुपए तक के लोन की ब्याज दर 9 प्रतिशत है, लेकिन मोदी सरकार की तरफ से 2 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जाती है. इस तरह लोन 7 प्रतिशत पड़ता है. अगर किसान समय पर लोन लौटा देते हैं, तो इस पर 3 प्रतिशत और छूट मिल जाती है. इस तरह दर मात्र 4 प्रतिशत रह जाती है. इसी तरह जो लोग समय पर पैसा नहीं वापस करते हैं, उनकी बैंक में साख खराब होती है, साथ ही आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है.
कोरोना काल में 2 बार मिली मोहलत
कोरोना महामारी की वजह से लगे लॉकडाउन ने अधिकतर सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया था. ऐसे में मोदी सरकार (Modi Government) ने केसीसी पर ली गई राशि को जमा करने की तारीख को 2 बार आगे बढाया था. पहले इस तारीख को 31 मार्च से बढ़ाकर 31 मई तक किया गया. इसके बाद 31 अगस्त तक कर दिया गया था. मगर इस बार तारीख आगे बढ़ाने की कोई संभावना नहीं है.