Farmer Loan: नए वित्तीय वर्ष में कई नए नियम लागू हो रहे हैं, जिनकी घोषणा केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक फरवरी को पेश बजट में किसानों के लिए बड़े ऐलान किए, जिनमें किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की लोन लिमिट (KCC loan limit) बढ़ाने का फैसला भी शामिल है. अब किसान आसानी से 3 लाख रुपये के बजाय 5 लाख रुपये तक का कर्ज (Farmer loan) ले सकते हैं. अब किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) के तहत किसानों को 4% की कम ब्याज दर पर 5 लाख रुपये तक का लोन मिल सकेगा. सरकार द्वारा इस योजना का विस्तार किया गया है, ताकि देशभर के किसान आसानी से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकें और खेती में किसी भी प्रकार की आर्थिक समस्या न हो. आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से.
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड योजना?
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना की शुरुआत 1998 में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (NABARD) द्वारा की गई थी. इसका उद्देश्य किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराना है, ताकि वे बीज, उर्वरक, कीटनाशक और अन्य कृषि जरूरतों को पूरा कर सकें. अब इस योजना के तहत 5 लाख रुपये तक का लोन सिर्फ 4% की ब्याज दर पर उपलब्ध होगा.
किसान क्रेडिट कार्ड योजना के लाभ
- किसानों को अब मात्र 4% वार्षिक ब्याज पर 5 लाख रुपये तक का लोन मिलेगा.
- आसान और तेज आवेदन प्रक्रिया, जिससे किसान बिना किसी परेशानी के लोन प्राप्त कर सकते हैं.
- इस योजना के तहत किसानों को फसल बीमा का भी लाभ मिलेगा.
- KCC धारकों को एक डेबिट कार्ड भी मिलेगा, जिससे वे जरूरत पड़ने पर सीधे बैंक से पैसे निकाल सकते हैं.
- किसानों को फसल कटाई के बाद आराम से ऋण चुकाने की सुविधा दी जाती है.
किसान क्रेडिट कार्ड की आवेदन प्रक्रिया
अगर आप किसान क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए आसान स्टेप्स को फॉलो करें:
- सबसे पहले अपने नजदीकी बैंक (SBI, PNB, HDFC, ICICI आदि) की शाखा में जाएं.
- बैंक से KCC आवेदन फॉर्म प्राप्त करें या ऑनलाइन बैंक की वेबसाइट से डाउनलोड करें.
- आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन पत्र भरें और बैंक में जमा करें.
- बैंक द्वारा दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी और आपकी पात्रता सुनिश्चित की जाएगी.
- पात्र पाए जाने पर, बैंक आपके किसान क्रेडिट कार्ड को जारी कर देगा.
किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवश्यक दस्तावेज
- किसान क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक हैं:
- पहचान प्रमाण: आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस
- पता प्रमाण: राशन कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल
- भूमि संबंधी दस्तावेज: खेत की खतौनी, जमीन का पट्टा
- फसल विवरण: बैंक द्वारा मांगे गए फसल उत्पादन संबंधी विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
- किसान जो खेती कर रहे हैं या खेती से जुड़े हुए हैं.
- व्यक्तिगत किसान या संयुक्त किसान समूह.
- दूध उत्पादन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन जैसे कृषि से जुड़े कार्य करने वाले किसान.
- भूमिहीन किसान जो किराए पर खेती कर रहे हैं.
समय पर भुगतान पर अतिरिक्त छूट
अगर कोई किसान लिए गए ऋण को समय पर चुका देता है, तो सरकार की तरफ से 2% अतिरिक्त ब्याज सब्सिडी दी जाती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर और भी कम हो जाती है. यह सुविधा सरकार की ओर से किसानों को समय पर ऋण चुकाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए दी गई है.
कैसे मिलेगा 4% ब्याज दर का लाभ?
किसान क्रेडिट कार्ड पर आमतौर पर 7% की वार्षिक ब्याज दर लागू होती है, लेकिन सरकार किसानों को राहत देने के लिए ब्याज सब्सिडी योजना प्रदान करती है. यदि किसान समय पर अपने ऋण का भुगतान करता है, तो उसे 3% की विशेष छूट मिलती है, जिससे प्रभावी ब्याज दर घटकर केवल 4% रह जाती है. यह छूट अधिकतम 5 लाख रुपये तक के ऋण पर लागू होती है, जिससे किसानों को किफायती और सुलभ वित्तीय सहायता मिलती है. इस पहल का उद्देश्य किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण देकर उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और कृषि क्षेत्र को प्रोत्साहित करना है.