सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 4 March, 2020 12:00 AM IST

कृषि में भूमिगत जल को बढ़ावा देने के लिए सरकार तमाम कदम उठा रही है. भूमिगत जल से सिंचाई करने से हरियाली को बढ़ावा मिलता है. यह भूमि और व्यक्ति, दोनों के लिए बहुत उपयोगी है. किसान खेती में भूमिगत जल का उपयोग करें, इसके लिए जल जीवन हरियाली योजना की शुरुआत की गई है. किसानों को इस सरकारी योजना के तहत सब्सिडी भी दी जाती है. आपको बता दें कि इस वक्त बिहार के किसान जल जीवन हरियाली योजना का लाभ उठा रहे हैं. इसी दौरान बिहार कृषि विभाग ने किसानों से सिंचाई हेतु सब्सिडी पर तालाब बनवाने के लिए आवेदन मांगे हैं.

क्या है जल जीवन हरियाली योजना

इस योजना के तहत फसल को बारिश के पानी से तालाब और मेड़ द्वारा संचित करना है. इस  योजना की खास बात है कि तालाब की मेड़बंदी के उपर पेड़ पौधों की बुवाई होती है. इसके लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी देती है.

जल जीवन हरियाली योजना पर सब्सिडी

बिहार सरकार इस योजना के तहत किसानों को 75,500 रुपये तक की सब्सिडी देती है ताकि किसान भूमिगत जल से खेत की सिंचाई कर सकें.

कृषि विभाग ने मांगे आवेदन

इस योजना के तहत बिहार कृषि विभाग ने किसानों से आवेदन मांगे हैं. बिहार के सभी जिले के किसान इस सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि मौजूदा वक्त में राज्य के खई किसानों ने इस योजना के तहत आवेदन कर दिया है. एक किसान को कम से कम 1 एकड़ खेत में सिंचाई करने के लिए सब्सिडी मिलेगी.

किसान पात्रता को दो वर्गों में बांटा

व्यक्तिगत श्रेणी - इस श्रेणी में वे किसान आएंगे, जो न्यूनतम 1 एकड़ भूमि में सिंचाई करना चाहते हैं.

सामूहिक श्रेणी – इसमें छोटी जोत के किसान शामिल हैं. इस योजना का लाभ एक से ज्यादा किसान समूह बनाकर एक एकड़ या एक इकाई में सिंचाई करने के लिए उठा सकते हैं. इसके अलावा जो किसान इस योजना का लाभ 5 हेक्टेयर से अधिक रकबे में एक साथ लेना चाहते हैं, उन्हें शत–प्रतिशत वास्तविक लागत के अनुरूप सब्सिडी दी जाएगी. इसके साथ ही जीविका समूह औऱ एफ.पी.ओ. से भी आवेदन मांगे गए हैं.

कैसे होगा किसानों का चयन

यह योजना एक एकड़ खेत को एक इकाई मानकर लागू की जायेगी. कृषि विभाग जल संचयन के चिन्हित 5 मॉडल होंगे, जिनमें से किसानों द्वारा अपनी इच्छा से किसी एक मॉडल पर काम कराया जाएगा.

किसान ऐसे सब्सिडी के आवेदन करें

इस योजना के तहत साल 2019–20 में सब्सिडी लगभग 10 हजार एकड़ जमीन के लिए निर्धारित की गई है. इस योजना में किसान मॉडल का चुनाव खुद कर सकेंगे. किसान कृषि विभाग के पोर्टल के जरिए पंजीकरण कर सकते हैं. इस योजना की अधिक जानकारी के लिए https://dbtagriculture.bihar.gov.in/PMKISAN/JJHScheme.aspx पर जाएं.

ये खबर भी पढ़ें: Alert! PM योजना और प्रधानमंत्री लोन योजना के नाम पर ठगी, खो सकते हैं जमा-पूंजी

English Summary: farmers getting subsidy under jal jeevan hariyali yojana
Published on: 04 March 2020, 05:01 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now