Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 30 March, 2020 12:00 AM IST

झारखंड में प्रखंड मुख्यालय कांडी के पड़ोस में स्थित गांव सड़की एक मिसाल बन चुका है. इस गांव के किसान बिना किसी खर्च के खेतों की सिंचाई कर रहे हैं. यह सब सोलर पंप द्वारा संभव हो पाया है. इस गांव में सालभर में लगभग 10 एकड़ खेत में 3 से 4 फसलों की खेती होती है. इसका श्रेय सड़की निवासी किसान देवराज ठाकुर और गांव के अन्य किसानों को जाता है. अगर सड़की गांव की इस कारगर योजना को देखा जाए, तो इस योजना को हर जगह लागू करने की जरूरत है. आइए आपको बताते हैं कि सड़की गांव ने किस योजना के तहत खेतीबाड़ी में मिसाल कायम की है.

5 हजार वॉट का लगावाया सोलर पंप  

किसान देवराज ठाकुर ने खेत में 5 हजार वॉट का सौर ऊर्जा संयत्र स्थापित किया है. इसके तहत लगभग 275 वॉट के 18 सोलर मॉड्यूल लगाए गए हैं. इसके साथ ही खेत में 8 इंच व्यास का डीप बोर करके सबमर्सिबल पंप भी लगाया गया है. इतना ही नहीं, खेतों में आसानी से पानी पहुंच पाए, इसके लिए पाइप लाइन भी बिछाई गई है.

इतने घंटे पानी देता है सिस्टम

यह सिस्टम सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक आराम से पानी देता है. मतलब, इससे 9 घंटे तक बिना किसी परेशानी के पानी प्राप्त हो सकता है. खास बात है कि इसमें किसी भी प्रकार की बैटरी का उपयोग नहीं करना पड़ता है. यह जीरो खर्च और जीरो मेंटेनेंस पर काम करता है.

इतने लाख का है प्रोजेक्ट

यह प्रोजेक्ट लगभग 5 लाख रुपए तक का है, जिसमें किसान को सिर्फ 10 प्रतिशत अंशदान देना पड़ा है. इस योजना की बाकी लागत अनुदान के रूप में लगाई गई है.

इन फसलों की होती है खेती

किसान देवराज ठाकुर और अन्य किसानों के खेतों में गेहूं, प्याज, भिंडी, करेला, कद्दू, नेनुआ आदि की फसलों की खेती की जा रही है. यहां किसान भाइयों समेत महिला किसान भी फसलों की सिंचाई, निराई और गुड़ाई में लगी रहती हैं. किसान देवराज ठाकुर ने कृषि विभाग की मदद से  यह करिश्मा हो पाया है.

कई किसान को मिल रहा लाभ

इस प्रोजेक्ट के तहत किसान देवराज ठाकुर समेत गांव के कई किसानों को लाभ पहुंच रहा है. किसानों के खेतों में बिना किसी खर्च के फसलें लहलहा रही हैं. अगर इस प्रोजेक्ट को अन्य गावों में लगाया जाए, तो किसान खुशहाल होकर खेतीबाड़ी कर सकते हैं.

कैसे हुआ कमाल

78 साल के किसान देवराज ठाकुर ने खेतीबाड़ी में बहुत सी परेशानियों का सामना किया है. इसका समाधान करने के लिए कुआं खुदवाया और बंधवाया. इसके बाद डीजल पंप सेट खरीद लिया. कई साल तक खेतों की सिंचाई डीजल पंप से की, मगर डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे थे. इसके बाद उन्होंने कृषि विभाग से संपर्क किया और सोलर पंप योजना का लाभ उठाया.  अब किसान देवराज ठाकुर और अन्य किसान आराम से खेतीबाड़ी से जीवन यापन कर रहे हैं.

ये खबर भी पढ़ें: डबल मुनाफ़ा कमाने के लिए खेतों की मेड़ पर लगाएं कुमट का पेड़

English Summary: Farmers are taking advantage of solar pump scheme
Published on: 30 March 2020, 05:14 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now