खुशखबरी: बकरी पालन के लिए मिलेगी 8 लाख रुपये तक की मदद, तुरंत करें ऑनलाइन आवेदन! बासमती चावल का निर्यात बढ़ाने के लिए इन 10 कीटनाशकों के उपयोग पर लगा प्रतिबंध Lemon Farming: नींबू की फसल में कैंसर का काम करता है यह कीट, जानें लक्षण और प्रबंधन केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक OMG: अब पेट्रोल से नहीं पानी से चलेगा स्कूटर, एक लीटर में तय करेगा 150 किलोमीटर!
Updated on: 9 July, 2024 12:00 AM IST
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को 40 प्रतिशत सब्सिडी (Picture Credit - FreePik)

Fruits Farming: देश के अधिकतर किसान पारंपरिक खेती से हटकर गैर-पारंपरिक खेती में अपना हाथ अजमा रहे हैं. ज्यादातार किसान फलों और फूलों की खेती पर जोर दे रहे हैं और इसमें सफल भी हो रहे हैं. लेकिन किसानों के लिए बागवानी करके अच्छा खासा मुनाफा कमाने के लिए विदेशी फलों की खेती एक बेहतर विकल्प बनकर सामने आ रही है. ऐसे में किसानों की आय बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकारें कई योजनाएं चला रही हैं. बिहार सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती करने के लिए किसानों को 40 फीसदी अनुदान दे रही है. इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए आप ऑनलाइन ओवदन कर सकते हैं.

3 लाख रुपये तक की मदद

बिहार सरकार राज्य के किसानों को 'मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना' के तहत ड्रैगन फ्रूट विकास योजना के अंतर्गत इसकी खेती करने वाले किसानों को अनुदान दे रही है. ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर लागत 7.50 लाख रुपये तय की गई है. इस योजना के तहत इस फ्रूट की खेती करने पर किसानों को 40 प्रतिशत यानी 3 लाख रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें: अब हर किसान को करानी होगी फार्मर रजिस्ट्री, बनेगा यह कार्ड- बिना इसके नहीं मिलेगा कोई लाभ- ऐसे करें आवेदन

स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद

सरकार इस फल की खेती के लिए किसानों को इसलिए अनुदान दे रही है, क्योंकि ड्रैगन फ्रूट कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. यह एक कैक्टस प्रजाति का पौधा होता है और इसका सेवन पाचन तंत्र को बेहतर बनाए रखता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट काफी अच्छी खासी मात्रा में पाया जाता है, जिससे कैंसर और मधुमेह जैसे खतरनाक रोगों को भी दूर रखने में मदद मिलती है.

20 वर्षों तक होगी कमाई

ड्रैग फ्रूट की खेती के लिए किसी विशेष वातावरण की आवश्यकता नहीं होती है. किसान इस फल की खेती सामान्य तापमान और सामान्य वर्षा के बीच आसानी से कर सकते हैं. इसकी फसल एक सीजन में ही 3 बार फल देती है और एक पौधा लगभग 45 से 50 फलों का उत्पादन करता है. यदि कोई एक एकड़ खेत में ड्रैगन फ्रूट की खेती करता है, तो आसानी से 8 से 10 लाख रुपये तक की कमाई कर सकता है. इसके पौधों की एक बार बुवाई के बाद किसान 18 से 20 वर्षों तक उपज प्राप्त कर सकते हैं.

3 किस्तों में मिलेगा अनुदान

यदि कोई किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती 2 वर्ग मीटर दूरी के हिसाब से 1 हेक्टेयर में करता है, तो ऐसे में उसे लगभग 5 हजार पौधों की आवश्यकता हो सकती है. मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत किसानों को अनुदान राशि 3 किस्तों में दी जाएगी. इसकी पहली किस्त में किसानों को 60 प्रतिशत यानी 1.80 लाख रुपये दिए जाएंगे. वहीं दूसरी और तीसरी किस्त में 20-20 प्रतिशत यानी 60–60 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा. किसानों के लिए दूसरी और तीसरी किस्त प्राप्त करने के लिए खेतों में 75 से 90 प्रतिशत तक पौधा का जिंदा होना जरूरी होगा.

योजना के लिए करें ऑनलाइन आवेदन

यदि आप भी तहत ड्रैगन फ्रूट विकास योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा. बता दें, इस योजना का फायदा किसानों को पहले आओ, पहले पाओ के तर्ज पर दिया जाएगा. ऑनलाइन आवेदन करते वक्त किसानों को अपने किसान रजिस्ट्रेशन, जमीन की रसीद, आधार कार्ड और फोटो समेत कुल अन्य कागजात साथ रखने होंगे. इस योजना ता लाभ न्यूनतम 0.25 एकड़ और अधिकतम 10 एकड़ तक भूमि पर ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए दिया जाएगा.

English Summary: dragon fruit subsidy 40 percent to bihar farmers for cultivation apply online
Published on: 09 July 2024, 11:51 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now