पशुपालन (Animal Husbandry) सुनने और दिखने में जितना ही आसान लगता है, उतनी ही इसमें मुश्किलें आती हैं. ऐसे में केंद्र सरकार (Central Government) ने पशुपालकों की हर समस्या के समाधान के लिए राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission) लॉन्च किया है. इस (Pashudhan Mission) योजना के तहत आपको व्यवसाय शुरू करने से लेकर चारा काटने की मशीन तक पर लाखों रुपये का अनुदान (Pashudhan Subsidy Scheme) मिल सकता है.
नेशनल लाइवस्टॉक मिशन का उद्देश्य (Objective of National Livestock Mission)
राष्ट्रीय Pashudhan Mission का मुख्य उद्देश्य पशुपालन और चारा क्षेत्र में विकास के माध्यम से रोजगार (Employment in Animal Husbandry and Fooder Crops) पैदा करना है. इसके अलावा मांस, अंडा, बकरी का दूध, ऊन और चारे के उत्पादन (Production of meat, eggs, goat's milk, wool and fodder) में भी वृद्धि करना है. यह योजना पशुपालकों की मांग को कम करने के लिए चारे की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगी. साथ ही इसमें किसानों के लिए पशुधन बीमा (Pashudhan Bima) सहित जोखिम प्रबंधन के उपाय निकाले जाते हैं.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के लाभार्थी (Beneficiaries of National Livestock Mission
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कोई भी व्यक्ति
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किसान उत्पादक संगठन
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स्वयं सहायता समूह
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पूर्व सहकारी संस्था
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संयुक्त देयता समूह
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धारा 8 कंपनियां
राष्ट्रीय पशुधन मिशन का वित्तीय पहलू (Financial Aspects of National Livestock Mission)
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के माध्यम से ग्रामीण पोल्ट्री फार्मों की स्थापना के लिए 50% पूंजीगत सब्सिडी प्रदान की जाती है जिसमें हैचरी और ब्रूडर सह मदर यूनिट, भेड़ या बकरी प्रजनन फार्म, सुअर प्रजनन फार्म, चारा मूल्य संवर्धन इकाई और भंडारण इकाई शामिल हैं.
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कुक्कुट परियोजना (Poultry project) - 25 लाख रुपये
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भेड़ और बकरी (Sheep and goat) - 50 लाख रुपये
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सुअर (Pig) - 30 लाख रुपये
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चारा (Feed & Fooder) - 50 लाख रुपये
राष्ट्रीय पशुधन मिशन के लाभ और विशेषताएं (Benefits and Features of National Livestock Mission)
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भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग (Animal Husbandry and Dairying Department) ने वर्ष 2014-15 में राष्ट्रीय पशुधन मिशन शुरू किया है.
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Pashudhan Yojana के माध्यम से उद्यमिता विकास और प्रति पशु उत्पादकता में वृद्धि के माध्यम से रोजगार पैदा करना है.
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इस योजना से मांस, बकरी का दूध, अंडा और ऊन का उत्पादन बढ़ाने में मदद मिलती है.
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उत्पादन में अधिकता से घरेलू मांग को पूरा करने के बाद निर्यात आय में वृद्धि हो सकेगी.
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National Livestock Mission असंगठित क्षेत्र में उपलब्ध उपज के लिए आगे और पीछे की कड़ी बनाने के लिए उद्यमियों को विकसित करने के लिए शुरू की गई है.
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इस योजना के माध्यम से असंगठित क्षेत्र को संगठित क्षेत्र से जोड़ा जा रहा है.
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नस्ल सुधार के माध्यम से प्रति व्यक्ति उत्पादकता में वृद्धि की जा रही है.
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इसके अलावा मांग आपूर्ति के अंतर को कम करने के लिए चारा प्रसंस्करण इकाइयों के लिए स्थापना को प्रोत्साहित किया जाता है.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन का लक्ष्य (Goal of National Livestock Mission)
पशुधन और कुक्कुट के नस्ल विकास पर उप-मिशन (Sub-Mission on Breed Development of Livestock and Poultry):-
इस उप-मिशन में उद्यमिता विकास और नस्ल सुधार के लिए राज्य सरकार को उद्यमिता विकास के लिए व्यक्ति, एफपीओ, एसएचजी, धारा 8 कंपनियों को प्रोत्साहन प्रदान करके मुर्गी, भेड़, बकरी और सूअर पालन (Poultry, sheep, goat and pig farming ) में उद्यमिता विकास और नस्ल सुधार पर तेज़ी से ध्यान देना है.
फीड और फूडर विकास पर उप-मिशन (Sub-Mission on Feed and Fooder Development):-
इस उप-मिशन का उद्देश्य चारा उत्पादन (Fodder production) के लिए चारा बीज की उपलब्धता में सुधार और श्रृंखला को मजबूत करना है.
अनुसंधान एवं विकास, पशुधन बीमा, विस्तार और नवाचार पर उप-मिशन (Sub-Mission on R&D, Livestock Insurance, Extension and Innovation):-
उप-मिशन का उद्देश्य भेड़, बकरी, सुअर और चारा क्षेत्र के साथ पशुधन बीमा और नवाचार से संबंधित अनुसंधान और विकास करने वाले संस्थानों, विश्वविद्यालयों, संगठनों को प्रोत्साहित करना है.
राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना में कैसे करें आवेदन (How to apply in National Livestock Mission Scheme)
यदि आप इस योजना में इच्छुक हैं और सब्सिडी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट nlm.udyamimitra.in पर जा सकते हैं.