सोमानी क्रॉस X-35 मूली की खेती से विक्की कुमार को मिली नई पहचान, कम समय और लागत में कर रहें है मोटी कमाई! MFOI 2024: ग्लोबल स्टार फार्मर स्पीकर के रूप में शामिल होगें सऊदी अरब के किसान यूसुफ अल मुतलक, ट्रफल्स की खेती से जुड़ा अनुभव करेंगे साझा! Kinnow Farming: किन्नू की खेती ने स्टिनू जैन को बनाया मालामाल, जानें कैसे कमा रहे हैं भारी मुनाफा! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 10 December, 2021 12:00 AM IST
Bipin Rawat

लगाऊं भाल पर टीका शिखर के शीर्ष पर जा
के
चढ़ाऊं पुष्प चरणों में नमन कर शीश वसुधा
के
उतारूं आरती माँ भारती की वन्दना गा
के

करूं आराधना आराध्य के आशीष मै पा
के
निराली ये अनोखी शान स्वाभिमान की
धरती।
ये मेरे देश की धरती ये हिन्दुस्तान की
धरती।

तपोभूमि ये तेजस्वी है योगी साधु संतो
की।
वसुधा धर्म उपनिषद पौराणिक वेद मंत्रों
की।

गृहों नक्षत्रों के अधिकाल ज्योतिष अंक तंत्रो
की।
ये अचला सिंधू घाटी सभ्यता और बौद्ध ग्रंथों
की।
सकल साहित्य के आधार का सम्मान जो
करती
ये मेरे देश की धरती है हिन्दुस्तान की
धरती।

बिछाकर चाँदनी चादर मिटाता चाँद
अंधियारा
निकल पूरब के आंचल से दिवाकर देता
उजियारा
नदी के नेह निर्मल नीर की कलकल बहे
धारा
शिवाला के नंगाड़ोँ से जहाँ गूँजे गगन
सारा
प्रदिक्ष्णा कर पवन जिसकी महिमा गान नित
करती
ये मेरे देश की धरती है हिन्दुस्तान की
धरती।।

जगत कल्याण के खातिर विधाता भी जनम
पाते
कभी मर्यादा पुरषोत्तम कभी महायोगी बन
आते
शिखर हिम कंदरा में बैठ साधक साधना
करते
धरा के भाव भर मंगल मुनि आराधना
करते।
रघुकुल राम की धरती जो सुंदर श्याम की
धरती
ये मेरे देश की धरती है हिन्दुस्तान की
धरती।।

यहाँ की संस्कृति में प्रीत का संदेश होता
है
अलौकिक शक्तियों के प्रेम का उपदेश होता
है।
विदा होती है जब बहना लिपट कर भाई
रोता है।
खजाना माँ की ममता का कभी खाली ना
होता है।
पिता के प्यार की दौलत है कन्यादान की
धरती
ये मेरे देश की धरती है हिन्दुस्तान की
धरती।।
प्रमोद सनाढ़्य
नाथद्वारा।

English Summary: Poem in memory of Bipin Rawat
Published on: 10 December 2021, 12:22 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now