हमारे देश में कई ऐसे पेड़ और पौधे पाए जाते हैं, जिनका औषधीय में इस्तेमाल बहुत अधिक किया जाता है. इसी कड़ी में आज हम इस लेख में आपको एक ऐसे औषधीय पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका नाम अपने शायद ही कभी सुना होगा. दरअसल, हम जिस पौधे की बात कर रहे हैं उसका नाम उलटकंबल है.
जी हाँ ये एक ऐसा औषधीय पौधा है, जिसका इस्तेमाल भारत में कई दवाओं के निर्माण के लिए किया जाता है. इसके अलावा इस औषधीय पौधा का इस्तेमाल होम्योपैथिक टिंचर बनाने में किया जाता है.
उलट्कंवल की खेती कहाँ होती है (Where Is Ulatkanbal Cultivated)
उलट्कंवल की खेती की बात करें, तो इसके खेती भारत के गर्म भागों में और सिक्किम, खासिया पहाड़ियों और असम के कुछ क्षेत्रों में की जाती है. इस पौधे का भारत में "सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन होम्योपैथी" (सीसीआरएच) होम्योपैथिक परीक्षण किया गया है, जिसमें इसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए बहुत असरदायक साबित हुआ है. तो आइए इस औषधि के बारे में विस्तार से जानते हैं.
उलट्कंवल पौधे का फल (Ulatkanbal Fruit)
उलटकंबल पौधे के फल दो प्रकार के रंग काला और मरून-बैंगनी होते हैं. इस पौधे का इस्तेमाल आयुर्वेद और होम्योपैथी में कई तरह की औषधियां तैयार करने के लिए किया जाता है.
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महिलाओं की पीरियड के दौरान दर्द से निजात (Pain Relief During Women's Period)
जिन महिलाओं को पीरियड के दौरान दर्द की समस्या होती है, उनके लिए उलटकंबल एक रामबाण की तरह कार्य करता है. यदि आपको पीरियड के दर्द की समस्या हो रही है. तो इसके लिए उलटकंबल की छाल को पानी में उबालकर उसे छानकर पिएं. इससे जल्द राहत मिलती है, साथ ही पीरियड्स की अनियमितता होने पर भी इसका काढ़ा भी बहुत कारगार साबित होता है.
सर दर्द से निजात (Relief From Headache)
यदि आपको माईग्रेन और सिर दर्द की समस्या है, तो आप उलटकंबल के फूल का रस लगाएं. इससे आपको जल्द ही इन समस्याओं से छुटकारा मिलेगा.
जोड़ों के दर्द से निजात (Relief From Joint Pain)
अगर आप जोड़ों की समस्या से अधिक परेशानी हैं, तो इसके लिए आप उलटकंबल की सूखी छाल को पानी में उबालकर छानकर पिएं.