प्राचीन काल से ही तुलसी को कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है. इसका पौधा लगभग सभी घरों में होता है. ज्यादातर हिंदू धर्म के लोग इसकी पूजा भी करते हैं. लेकिन अगर आप चाहें तो इसकी खेती करके अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं. क्योंकि तुलसी का उपयोग खाने से लेकर कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स और दवाई बनाने वाली कंपनियों अपने प्रोडक्ट्स में करती है. आपको जानकर हैरानी होगी कि उज्जैन के एक किसान ने 10 बीघा जमीन में 10 किलो बीज की बुवाई की थी. जिसकी लागत 15 हजार रुपए आई. जबकि उसने 3 लाख का मुनाफा कमाया. इसकी फसल 3 महीने में तैयार हो जाती हैं. अगर आप इसकी 1 बीघा खेती करते हो तो उस पर 1500 रुपए तक का खर्च आता है.
कैसे करें तुलसी की खेती
इसकी खेती जुलाई माह में की जाती है. इस माह में तुलसी के पौधे को खेत में लगाने का सही समय होता है. इसके सामान्य पौधे 45x 45 सेंटीमीटर की दूरी पर लगाने चाहिए जबकि RRLOC 12 और RRLOC 14 किस्म के पौधे 50 x 50 सेंटीमीटर की दूरी पर होने चाहिए. इसके पौधों को लगाने के बाद शीघ्र ही हल्की सिंचाई जरूरी करें. एक हफ्ते में कम से कम एक बार जरूरत के मुताबिक पानी दे. विशेषज्ञों के मुताबिक इस फसल की कटाई से करीब 10 दिन पहले से ही सिंचाई करना बंद कर देना चाहिए.
कब होती है तुलसी की कटाई
जब तुलसी के पौधों की पत्तियां पूरी तरह बड़ी हो जाती हैं तभी इनकी कटाई शुरू हो जाती है. इसकी सही समय पर कटाई करना जरूरी है. अगर इसकी कटाई सही समय पर नहीं की जाए तो पौधे पर फूल आने के कारण तेल की मात्रा में कम हो जाती है. इसलिए जब पौधे पर फूल आना शुरू हो उसी दौरान इसकी पत्तियों की कटाई शुरू कर दे.
कितनी आती है इसमें लागत
अगर आप एक बीघा जमीन पर तुलसी की खेती करते हैं तो करीब एक किलो बीज की जरूरत पड़ती है. जिसकी बाजार में कीमत लगभग 15,00 रुपए होगी. इसके साथ ही इसमें 3 से 5 हजार रुपए की खाद लगेगी और इसके लिए सिंचाई का इंतजाम करना होगा. एक सीजन में 2 क्विंटल तक फसल की पैदावार हो जाएगी. जो मंडी में करीब 30 से 40 हजार रुपए प्रति क्विंटल के भाव तक आसानी से बिक जाते हैं.
कैसे बेचें तुलसी की फसल
इसके लिए आप मंडी एजेंट्स (Mandi Agent) के द्वारा अपनी फसल को बेच सकते हैं या फिर सीधे मंडी जाकर भी खरीददारों से डायरेक्ट संपर्क कर सकते हैं. या फिर कॉन्ट्रेक्ट फॉर्मिंग (Contract Farming) करवाने वाली दवा कंपनियों या एजेंसियों को भी अपना माल बेच सकते हैं.