वर्तमान समय में बढ़ती महंगाई ने किसानों की कमर तोड़ दी है. परम्परागत खेती करने वाले किसानों को ज्यादा लागत और कम मुनाफा होने की वजह से काफी नुकसान हो रहा है. ऐसे में किसानों के लिए आर्टीमीसिया जैसी औषधीय फसलों की खेती (Artemisia Cultivation) करना काफी ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है. आज हम अपने इस लेख में आपको आर्टीमीसिया की खेती के बारे में जानकारी देंगे.
आर्टीमीसिया फसल की बुवाई का समय (Artemisia crop sowing time)
आर्टीमीशिया फसल की बुवाई का समय मार्च से जून के बीच का होता है.
आर्टीमीसिया फसल के लिए खाद व उर्वरक (Manure and Fertilizer for Artemisia Crop)
आर्टीमीशिया की खेती में एक और जो सबसे अच्छी बात है वो ये की ये बिना खाद और उर्वरक की जाने वाली खेती है.
आर्टीमीसिया फसल के लिए सिंचाई (Irrigation for Artemisia Crop)
इसकी गर्मी के मौसम में 10 से 15 दिनों में एक बार सिंचाई करनी चाहिए. बस ध्यान रहे कि ज्यादा पानी न भर पाए. और ज्यादा जलभराव वाली जगह में जितना हो सके, आर्टिमिसिया की खेती न ही करें.
आर्टिमिसिया फसल से होने वाला मुनाफा (Profit from Artemisia Crop)
आप आसानी से 1 एकड़ में 35 कुंतल पत्तियों का उत्पादन कर सकते हैं, जिसकी कीमत 1 लाख 15 हज़ार तक होती है, 4 माह में 1 एकड़ में 25 से 30 हज़ार तक खर्च आता है और 70 से 80 हज़ार तक फायदा होता है.
कंपनी खरीदती है आर्टिमिसिया फसल (Company buys Artemisia crop)
इसकी खेती के लिए सबसे पहले किसानों को सीमैप में पंजीकरण करवाना होता है.
उसके बाद फार्मा कंपनी (Pharma Company) से अनुबंध के जरिये कंपनी ही किसानों से इसकी खेती करवाती है. कंपनी ही उन्हें बीज प्रदान करती है और जब फसल पूरी तरह तैयार हो जाती है तो कंपनी ही आर्टिमिसिया की सुखी पत्तियों को किसानों से खरीदती है.
जिस से किसान और कंपनी दोनों को ही फायदा होता है.
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