चीन का कोरोना वायरस लगातार बढ़ता जा रहा है. रोजाना इसकी चपेट में कई लोग आ रहे हैं. ऐसे में केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने आयुर्वेद, होमियोपैथी और यूनानी चिकित्सा का हवाला देते हुए एडवाइज़री जारी की है, जो लोगों को कोरोना वायरस से बचाएगा. आयुष मंत्रालय का कहना है कि इस वायरस से तुलसी, काली मिर्च और पिप्पली जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां लोगों का बचाव कर सकती हैं. इन तीनों में ही कोरोना वायरस से लड़ने की क्षमता है.
केंद्रीय आयुष मंत्रालय की एडवाइज़री के मुताबिक...
-
पिप्पली, काली मिर्च और सोंठ का 5 ग्राम पाउडर और तुलसी की 3 से 5 पत्तियों को 1 लीटर पानी में तब तक उबालें, जब तक पानी आधा लीटर न हो जाए. इसके बाद पानी को एक बोतल में भरकर रख लें और आवश्यकतानुसार धीरे-धीरे पिएं.
-
इसके अलावा शेषमणि वटी 500 मिलीग्राम रोजाना दिन में 2 बार ले सकते हैं, हालांकि ये औषधियां चिकित्सक की परामर्श से ही लेना अनिवार्य है.
-
तिल तेल की दो-दो बूंद नाक में प्रतिदिन सुबह ज़रूर लगाएं.
-
होमियोपैथी दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 संभावित कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ़ रोग निरोधी दवा के रूप में ली जा सकती है. इसे आईएलआई की रोकथाम में भी लेने की सलाह दी गई है.
-
स्वस्थ आहार और जीवनशैली पद्धतियों के माध्यम से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए उपाय किए जाएं.
-
अगस्त्य हरितकी 5 ग्राम, दिन में दो बार गर्म पानी के साथ लें.
-
समशामणि वटी 500 मिलीग्राम दिन में दो बार लें.
होम्योपैथी पद्धतियों के अनुसार...
विशेषज्ञों के समूह ने सिफ़ारिश की है कि होम्योपैथी दवा आर्सेनिकम एल्बम 30 संभावित कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ़ रोगनिरोधी दवा के रूप में ली जा सकती है. इसे आईएलआई की रोकथाम में भी लेने की सलाह दी गई है. आर्सेनिकम एल्बम 30 की एक खुराक तीन दिनों तक रोजाना खाली पेट लेने की भी सलाह दी गई है. अगर समुदाय में कोरोना वायरस का संक्रमण मौजूद हो, तो यह खुराक एक महीने के बाद दोहरायी जानी चाहिए.
यूनानी प्रथाओं के अनुसार...
- बेहिदाना (सिदोनिया ओबलोंगा) 3 ग्राम, उनाब जजिफिस (जुज्यूब लिन) 5 नग, सैपिस्तां (कॉर्डिया माइक्सा लिन) 7 नग को 1 लीटर पानी में आधा होने तक उबालकर काढ़ा तैयार करें. इसे बोतल में भरकर आवश्यकता पड़ने पर धीरे-धीरे पीना चाहिए.
- खमीरा मार्वेरीड 3 से 5 ग्राम रोजाना लें.
- रोगनिरोधी उपायों के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को इस उद्देश्य के लिए मजबूत बनाने की ज़रूरत है.