Mahogany Tree: किसान अब अधिक लाभ पाने के लिए अपने खेत में परंपरागत तरीके से खेती को छोड़कर आधुनिक खेती को तेजी से अपना रहे हैं. देखा जाए तो भारत के ज्यादातर राज्यों में अब किसान आधुनिक खेती कर रहे हैं. अगर आप भी हर महीने मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो आज हम आपके लिए ऐसे पेड़ की जानकारी लेकर आए हैं जिसकी बागवानी करके किसान करोड़पति बन सकते हैं. दरअसल, जिस पेड़ की हम बात कर रहे हैं, वह महोगनी का पेड़ है. इस पेड़ को सही से विकसित होने में करीब 12 साल का समय लगता है. एक बार यह पेड़ बड़ा हो जाए, तो इसे आप करोड़ों की कमाई कर सकते हैं.
बता दें कि महोगनी पेड़ की लकड़ी लंबे समय तक चली है. इस पेड़ की लकड़ी की खासियत यह है कि इसपर पानी का कोई खास असर नहीं होता है. इसके अलावा यह पेड़ करीब 50 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान सरलता से सह सकता है. ऐसे में आइए महोगनी पेड़ के बारे में विस्तार से जानते हैं...
महोगनी वृक्ष से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
महोगनी वृक्ष एक तरह का पर्णपाती वृक्ष है. यह बाहर के बोलिज (दक्षिण अमेरिका) और डोमिनिकन गणराज्य का राष्ट्रीय वृक्ष है. महोगनी वृक्ष की लकड़ी को चौकड़ा, फर्नीचर, और लकड़ी के अन्य नाव निर्माण के लिए काफी बेशकीमती होता है. इसके पत्तों का उपयोग मुख्य रूप से कैंसर, ब्लड प्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई प्रकार के रोगों में होता है.
महोगनी पेड़ के बीज की कीमत
महोगनी के पौधा पांच वर्षों में एक बार बीज देता है. इसके एक पौधे से पांच किलों तक बीज प्राप्त किए जा सकते है, जिसकी बाजार में कीमत काफी अधिक होती है. महोगनी के बीज बाजार में लगभग एक हजार रूपए प्रतिकिलो तक बिकते है. वहीं, अगर हम थोक की बात करें तो महोगनी की लकड़ी थोक में 2 से 2200 रुपए प्रति घन फीट में आसानी से मिल जाती है.
महोगनी की किस्में
अगर आप महोगनी पेड़ की बागवानी करना चाहते हैं, तो आप क्यूबन, मैक्सिकन, अफ्रीकन, न्यूजीलैंड, और होंडुरन आदि किस्में को लगा सकते हैं. इन सभी किस्मों के पेड़ की लंबाई 50 से 200 फीट होती है.
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ऐसे लगाएं महोगनी के पौधे
जैसा कि आप जानते हैं कि महोगनी की लकड़ी मजबूत और काफी लंबे समय तक उपयोग में लाई जाती है. यह लकड़ी लाल और भूरे रंग की होती है. किसान को अपने बाग में इसके पौधे सीधे कतार में और सूर्य की रोशनी के विपरीत लगाने चाहिए. ये ही नहीं किसान चाहे तो बाद में इस पेड़ के आसपास सब्जियां और फलों आदि भी उगा सकते हैं.