How to Grow Beetroots in Pot: चुकंदर कई गुणों से भरपूर होता है, इसके सेवन से खून की कमी, एनीमिया, हृदय रोग, पित्ताशय विकारों, गुर्दे के विकार और बवासीर जैसी समस्या को दूर करने में मदद मिलती है. चुकंदर को अधिकतर लोग सलाद के रूप में खाना पसंद करते है, इसे गाजर, मूली, प्याज और खीरे के साथ खाना खाते वक्त परोसा जाता है. इसके औषधीय गुणों के चलते बाजार में चुकंदर की अच्छी मांग रहती है, जिससे अन्य सब्जियों के मुकाबले चुकंदर का अधिक दाम होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं, कुछ सिंपल स्टेप्स को फॉलो करके आप घर के गमले में भी चुकंदर उगा सकते हैं.
आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, घर के गमले में चुकंदर उगाने का आसान तरीका.
अच्छे गुणवक्ता वाले बीज
घर में चुकंदर उगाने के लिए आपको सबसे पहले इसके अच्छी गुणवक्ता और उपज देने वाले बीजों का चुनाव करना चाहिए. इन्हें खरीदने के लिए आप अपने पास के किसी भी नर्सरी या बाजार में जा कर खरीद सकते हैं. यदि बीज की अच्छी गुणवक्ता होती है, तो चुकंदर की पैदावार भी अच्छी रहती है.
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मिट्टी और गमला करें तैयार
घर पर ही चुकंदर उगाने के लिए आपको सबसे पहले मिट्टी और गमला तैयार करना होता है. इसे उगाने के लिए आपको बड़े आकार के गमले का चयन करना चाहिए. साथ ही ध्यान रहें कि गमले में छोटे-छोटे छिद्र हों. चुकंदर लगाने के लिए आपको 40% सिल्ट, 20% चिकनी मिट्टी और 40% बालू मिट्टी की आवश्यकता होती है. अब आपको इन सभी को अच्छी तरह से मिक्स करके गमले में डाल देना है. इसके बाद आपको गमले में चुकंदर के बीजों को लगा देना है. अब तैयार की गई मिट्टी को डालकर बीजों को अच्छी तरह से दबाएं और लगभग 1 घंटे के लिए छोड़ दें.
कैसे करें बुवाई?
घर पर चुकंदर उगाने के लिए आपको गमले की मिट्टी में उंगली से 5 से 7 गड्ढ़े करने है, ध्यान रहें एक गड्ढ़े से दूसरा गड्ढ़ा थोड़ी दूरी पर हो. अब आपको इन गड्ढ़ों में चुकंदर के बीजों को डाल देना है. एक गमले में 5 से 7 बीजों को ही डाले, जिससे चुकंदर अच्छी तरह से विकसित हो सकें. इसके बाद आपको गमले में पानी डालकर छोड़ देना है और करीब 10 दिनों के बाद इसके बीज से पौधा आना शूरू हो जाएगा.
कम पानी की आवश्यकता
चुकंदर के पौधे को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए आपको इसके पौधे को कम से कम पानी देना चाहिए. इसके पौधे को एक महीने में बस 5 से 6 बार ही पानी देना चाहिए, इससे चुकंदर का पौधा अच्छी तरह से विकसित हो सकता है. बुवाई के लगभग 3 महीनों के बाद चुकंदर तैयार हो जाएगें और आप इनका सेवन कर सकते हैं.