Aaj Ka Mausam: देश के इन 3 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें अगले 4 दिन कैसा रहेगा मौसम? Kisan Credit Card: किसानों को अब KCC से मिलेगा 5 लाख रूपये तक का लोन, जानें कैसे उठाएं लाभ? Farmers News: किसानों की फसल आगलगी से नष्ट होने पर मिलेगी प्रति हेक्टेयर 17,000 रुपये की आर्थिक सहायता! Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 5 June, 2023 12:00 AM IST
विलुप्त होने की कगार पर दुनिया की सबसे छोटी गाय

भारत के हर शहर या गांव में पुराने जमाने से गाय पालने का चलन है. इससे पशुपालकों को काफी फायदा भी होता है. वह दूध बेचकर अच्छी आमदनी कर लेते हैं. हमारे देश में कई नस्लों की गाय हैं. जिनमें कुछ नस्लें कम तो कोई ज्यादा दूध देते हुए नजर आती हैं. इनमें से एक नस्ल पुंगनूर भी है. जिसे दुनिया की सबसे छोटी गाय के रूप में जाना जाता है. दरअसल, अब यह गाय धीरे-धीरे दुनिया से विलुप्त होती जा रही है. इसे बचाने के लिए पशुपालक तमाम उपाय कर रहे हैं. आइए, उनके बारे में जानें.

कद की वजह से खर्च कम

विलुप्त होने के चलते आंध्र प्रदेश में बड़े पैमाने पर इसके संरक्षण का काम चल रहा है. यहां देश के लगभग सभी हिस्सों से लोग पुंगनूर गाय को देखने आते हैं. साथ ही इसे खरीद कर भी ले जाते हैं. इस गाय की सबसे बड़ी खासियत इसका कद है. देखने में यह काफी छोटी लगती है लेकिन दूध भरपूर मात्रा में देती है. छोटे कद की वजह से इसे पालने में भी पशुपालकों को ज्यादा खर्च नहीं उठाना पड़ता है. बता दें कि पुंगनूर गाय मूल रूप से आंध्र प्रदेश में ही पाई जाती है. अभी इस गाय को पूर्वी गोदावरी जिले के लिंगमपट्टी गांव में स्थित एक गौशाला में संरक्षित किया जा रहा है. चार एकड़ में फैले इस गौशाला में लगभग 300 पुंगनूर नस्ल की गाय मौजूद हैं. यहां उनके स्वास्थ्य से जुड़े हर बात का ध्यान रखा जाता है.

यह भी पढ़ें- जर्सी गाय का दूध बेचकर 1 लाख रुपये हर महीने कमाएं, लाभ और निवेश की जानकारी के लिए यहां पढ़ें

इतनी है कीमत व लंबाई

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पुंगनूर गाय जितनी छोटी होती है, उसे खरीदने के लिए उतना ही ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ता है. इस नस्ल की गाय की कीमत एक लाख से 25 लाख तक होती है. पुंगनूर नस्ल की गाय प्राचीन समय से देश में मौजूद है. कहा जाता है कि ऋषि मुनी भी इस गाय को पाला करते थे. पुंगनूर गाय की लंबाई 1 से 2 फीट तक होती है.

वहीं, यह हर रोज 3 से 5 लीटर दूध देती है. इसके अलावा, यह दिन भर में केवल पांच किलो चारा ही खाती हैं. जिसकी वजह से इनके रख रखाव के लिए ज्यादा खर्च नहीं उठाना पड़ता है. इनकी तादाद अब धीरे-धीरे कम होती जा रही है. जहां पूरे देश में यह आसानी से दिख जाती थीं. वहीं, अब यह केवल आंध्र प्रदेश के एक गौशाला तक ही सिमट कर रह गई हैं.

English Summary: world smallest cow Punganur not exist saving process
Published on: 05 June 2023, 04:22 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now