Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 15 February, 2021 12:00 AM IST
Goat Rearing

भारत में बकरी पालन बड़े स्तर पर किया जाता है, लेकिन इसके पालन में नई और वैज्ञानिक विधियां न अपनाये जाने के कारण कई बार आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. ऐसे में यदि बकरी पालन का व्यवसाय करना चाहते हैं, तो पहले इसके वैज्ञानिक तरीकों को समझना बेहद आवश्यक है. बता दें कि आजकल कई शिक्षित युवा और प्रगतिशील किसान बकरी पालन का व्यवसाय करके अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. तो आइये जानते हैं बकरी पालन की वैज्ञानिक विधियां.

पारंपरिक तरीके में नुकसान

देश के विभिन्न हिस्सों में लोग पारंपरिक तरीके से बकरी पालन करते हैं जिसके कारण पर्याप्त आमदानी नहीं ले पाते हैं. जिससे लागत और समय लगता है लेकिन कई बार बकरियों मौत अधिक होने लगती है जिस वजह से आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं अधिकतर बकरी पालक अच्छी नस्लों की बकरियों का पालन भी नहीं करते हैं जिस वजह से वे इसे मुनाफे का धंधा नहीं बना पाते हैं. 

संकर नस्ल की बकरियों से लाभ

भारत में बकरे के मांस की जबरदस्त मांग रहती है. इस वजह से संकर नस्ल की बकरियों का पालन अच्छा मुनाफा दे सकता है.  संकर नस्ल के बकरे-बकरियों को विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ कम लगती है वहीं इसका मांस बेहद स्वादिष्ट होने के कारण अच्छी खासी मांग रहती है.  इसके अलावा संकर नस्ल के बकरे-बकरियों की ग्रोथ तेजी से होती है. यह महज 6 महीने में ही 25 किलोग्राम की हो जाती है. ब्लैक बंगाल और सिरोही उन्नत नस्ल की बकरियां है जो अच्छा मुनाफा दिला सकती है.  

उचित आहार प्रबंधन

देश के विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों में आधुनिक बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया जाता है. इस दौरान आहार प्रबंधन, टीकाकरण समेत अनेक विषयों पर प्रशिक्षित किया जाता है. वहीं बकरियों को दिए जाने वाले फीड में कितनी मात्रा में विटामिन तथा खनिज तत्व होना चाहिए इसकी ट्रेनिंग दी जाती है. वैज्ञानिक तरीके से बकरी पालन के लिए समय-समय पर टीकाकरण, कृमिहीन किया जाना और मृत्युदर को कम करने के लिए समय-समय पर जांच कराना बेहद जरुरी है. वैज्ञानिक प्रशिक्षण लेने के बाद बकरी पालन से अच्छा मुनाफा लिया जा सकता है जबकि लागत कम हो जाती है. 

English Summary: What are the scientific methods of increasing income from goat rearing? Let's know
Published on: 15 February 2021, 04:27 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now