Dairy Farming: देश में वैदिक काल से दुधारू पशुओं का विशेष महत्व रहा है. आज भी देश के ग्रामीण इलाकों में पशुपालन को काफी महत्व दिया जाता है. केंद्र सरकार व राज्य सरकारें भी डेयरी फार्मिंग/ Dairy Farming यानी पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए पशुपालकों और किसानों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रोत्साहित कर रही हैं. इसके अलावा मौजूदा वक्त में देश-दुनिया में डेयरी उत्पादों की भी भारी मांग है. इन्हीं सभी बातों के मद्देनजर देश के किसान भी डेयरी फार्मिंग बिजनेस/Dairy Farming Business में और ज्यादा रूचि दिखा रहे हैं. अगर आप भी उन्हीं किसानों में से एक हैं और डेयरी फार्मिंग बिजनेस करने की सोच रहे हैं तो भारतीय यानी देसी गायों की इन टॉप 7 नस्लों- साहिवाल गाय, गिर गाय, राठी गाय, थारपारकर गाय, कांकरेज गाय, रेड सिंधी गाय और मेवाती गाय का पालन कर सकते हैं.
भारत में इन गायों को सबसे दुधारू नस्ल/ Highest Milk Producing Cow Breeds in India माना जाता है. कुछ किसानों के द्वारा देसी नस्ल की इन गायों को दूध की मशीन भी कहा जाता है. ऐसे में आइए आज देसी गायों की इन नस्ल के बारे में विस्तार जानते हैं-
साहिवाल गाय/Sahiwal Cow
गाय की देसी नस्ल साहिवाल ज्यादातर गुजरात राज्य में पाई जाती है. इसके अलावा, साहिवाल गाय उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में भी पायी जाती है. इस गाय को किसानों के बीच अधिक दूध उत्पादन के लिए जाना जाता है. वही ज्यादातर पशुपालक साहिवाल गाय का पालन डेयरी फार्मिंग बिजनेस के लिए करते हैं. साहिवाल गाय औसतन 15 से 20 लीटर दूध देती है. हालांकि, अच्छी तरह देखभाल करने पर साहिवाल गाय 40-50 लीटर तक दूध भी दे सकती है. इस गाय के दूध में प्रोटीन और वसा की मात्रा काफी अधिक पाया जाता है. इसके अलावा इस गाय में गर्मी सहने की क्षमता अच्छी होती है, जिस वजह से यह गाय गर्म इलाकों में भी आसानी से रह लेती है. अगर कीमत की बात करें तो साहिवाल गाय की कीमत/Sahiwal Cow Price भारत के अलग-अलग राज्यों में 40 हजार रुपये से एक लाख रुपये तक है.
गिर गाय/Gir Cow
गाय की देसी नस्ल गिर गाय भी पशुपालकों के बीच काफी मशहूर है. यह गाय भी अपनी दूध उत्पादन के लिए जानी जाती है. गिर गाय गहरे लाल-भूरे और सफेद चमकदार रंग की होती है. रोग प्रतिरोधक क्षमता सही होने के कारण यह गाय जल्दी बीमार नहीं पड़ती है. अगर कीमत की बात करें तो आमतौर पर गायों की कीमत, उम्र, नस्ल और दूध उत्पादन क्षमता के आधार पर किया जाता है. वहीं गिर गाय की कीमत/Gir Cow Price भारतीय बाजारों में 50 हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक है.
राठी गाय/Rathi Cow
गाय की देसी नस्ल राठी गाय भी दुधारू नस्लों में से एक है. राठी गाय को 'राजस्थान की कामधेनु' भी कहते हैं. यह गाय प्रतिदन लगभग 7 से 12 लीटर तक दूध देती है जबकि अच्छी देखभाल और खान-पान होने पर यह गाय 18 लीटर तक दूध देती है. राठी नस्ल की गायें ज्यादातर राजस्थान के गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर में पाई और पाली जाती हैं. गुजरात में भी राठी नस्ल की गायों का पालन किया जाता है. अगर पहचान की बात करें तो राठी नस्ल की गायें भूरे रंग के होती हैं और शरीर पर सफेद धब्बा पाया जाता है. राठी गाय सालाना औसतन 1560 लीटर और अधिकतम 2810 लीटर तक दूध का उत्पादन करती है. अगर कीमत की बात करें तो राठी गाय की कीमत/Rathi Cow Price दूध देने की क्षमता, उम्र और स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है. देश में राठी गाय की कीमत 20 हजार रुपये से लेकर 60 हजार रुपये तक है.
थारपारकर गाय/Tharparkar Cow
गाय की देसी नस्ल थारपारकर भारत की सर्वश्रेष्ठ दुधारू गायों में गिनी जाती है. इस नस्ल के गायें ज्यादातर पश्चिमी राजस्थान को कवर करने वाली भारत-पाक सीमा और गुजरात में कच्छ के रण तक पाई जाती हैं. वही थारपारकर गाय हर रोज 12 से 16 लीटर तक दूध देती है. NDBB के अनुसार थारपारकर गाय एक ब्यान्त में औसतन 1749 लीटर और अधिकतम 2147 लीटर तक दूध देती है. इस नस्ल के मवेशी सफेद या हल्के भूरे रंग के होते हैं. सिर मध्यम आकार का माथा चौड़ा तथा ललाट उभरा हुआ होता है. कान लंबे-चौड़े होते हैं और कान के अंदर की त्वचा हल्की पीली होती है. पूंछ लंबी और पतली होती है. अगर कीमत की बात करें तो देश में थारपारकर गाय की कीमत/ Tharparkar Cow Price 20 हजार से लेकर 60 हजार रुपये तक है.
रेड सिंधी गाय/Red Sindhi Cow
रेड सिंधी गाय को लाल सिंधी गाय के नाम से भी जाना जाता है. देश में यह गाय पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में पाई जाती है. यदि आप डेयरी बिजनेस से जुड़कर बेहतर मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो गाय की देसी नस्ल रेड सिंधी का पालन कर सकते हैं. NDDB के अनुसार रेड सिंधी नस्ल की गाय एक ब्यान्त में औसतन 1840 लीटर तक और अधिकतम 2600 लीटर तक दूध दे सकती है. लाल सिंधी गाय का शरीर गहरे से हल्के लाल रंग का होता है. कुछ मवेशियों के माथे पर सफेद धब्बे भी दिखाई देते हैं. दूध में अधिकतम 5.2 प्रतिशत फैट पाया जाता है. यह गाय प्रतिदिन दूध 12 से 20 लीटर तक दूध देती है. अगर कीमत की बात करें तो रेड सिंधी गाय की कीमत 20-80 हजार रुपये तक होती है.
कांकरेज गाय/Kankrej Cow
गाय की देसी नस्ल कांकरेज एक लोकप्रिय गाय की नस्ल है, जो अपने दूध उत्पादन क्षमता के लिए देशभर में जानी जाती है. कांकरेज गाय ज्यादातर गुजरात के बनास कंथा, खेड़ा, महेसाणा, साबर कांथा और कच्छ क्षेत्र में जबकि, राजस्थान में बाड़मेर और जोधपुर क्षेत्र में पाई जाती है. इस नस्ल की गायें एक ब्यान्त में औसतन 1600 लीटर तक और अधिकतम 1800 लीटर तक दूध देती हैं. दूध में फैट यानी वसा अधिकतम 4.2 प्रतिशत पाया जाता है. औसतन प्रतिदिन दूध देने की क्षमता की बात करें तो वह 6 से 10 लीटर तक होता है. अगर कांकरेज गाय की कीमत की बात करें तो उम्र, नस्ल, स्थान और दूध देने की क्षमता के आधार पर कांकरेज गाय की कीमत/Kankrej Cow Price 25 हजार रुपये से लेकर 65 हजार रुपये तक है.
मेवाती गाय/Mewati Cow
अगर आप देसी गाय की अधिक दूध देने वाली नस्ल की तलाश में हैं, तो आप मेवाती गाय का पालन कर सकते हैं. मेवाती नस्ल की गायें ज्यादातर राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पायी जाती हैं. एनडीडीबी के अनुसार मेवाती नस्ल की गाय एक ब्यांत में औसतन 800 लीटर और अधिकतम 1000 लीटर तक दूध दे सकती है. इस गाय का रंग आमतौर पर सफेद होता है. अगर मेवाती गाय की कीमत की बात करें तो दूध देने की क्षमता, स्थान, गाय की उम्र और स्वास्थ्य के आधार पर मेवाती गाय की कीमत/ Mewati Cow Price 20 हजार से लेकर 40 हजार रुपये तक है.