Buying Dairy Cattle Tips: आज के समय में खेती के साथ-साथ पशुपालन करना किसानों के लिए आय का एक स्थायी और लाभदायक स्रोत बन चुका है. विशेष रूप से दुधारू पशुओं का पालन करने से किसानों को दूध, गोबर की खाद और समय-समय पर बछड़े-बछिया भी मिलते हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होता है. लेकिन, दुधारू पशु खरीदते समय कई अहम बातों का ध्यान रखना ज़रूरी होता है, ताकि पशुपालक को भविष्य में कोई नुकसान न हो और बेहतर आमदनी हो सके.
आइए जानते हैं दुधारू पशु खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए...
1. दुधारू पशु का शरीर
- एक अच्छे दुधारू पशु की पहचान उसके शरीर की बनावट से की जा सकती है.
- शरीर तिकोना होना चाहिए, यानी आगे से पतला और पीछे से चौड़ा.
- त्वचा पतली, चिकनी और चमकदार होनी चाहिए.
- थन का आकार संतुलित और त्वचा लचीली होनी चाहिए.
- आंखें बड़ी और चमकदार, गर्दन पतली और लंबी होनी चाहिए.
- जांघें पतली और चपटी, पूंछ लंबी और फुर्तीली होनी चाहिए.
2. दूध देने की क्षमता
- दुधारू पशु खरीदने से पहले कम से कम 2 से 3 दिन तक उसका दूध निकालकर देखना चाहिए.
- दूध की धार सीधी और तेज होनी चाहिए.
- दूध निकालने के बाद थन सिकुड़ जाना चाहिए, जिससे दूध की थैली भरी और खाली होने की पुष्टि हो सके.
3. नस्ल और वंश
- यदि आप किसी गाय या भैंस की नस्ल के बारे में जानकारी रखते हैं, तो उसका दूध उत्पादन और स्वास्थ्य अनुमानित किया जा सकता है.
- डेयरी फार्म से खरीदते समय पशु के वंश का रिकॉर्ड ज़रूर मांगें.
- उच्च नस्ल वाले पशु ही ज्यादा दूध देते हैं और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अच्छी होती है.
4. पशु की उम्र सही हो
- प्रजनन और दूध उत्पादन की दृष्टि से 3 से 6 वर्ष की उम्र के बीच के पशु सबसे उपयुक्त माने जाते हैं.
- 10 से 12 वर्ष की उम्र के बाद पशु की प्रजनन क्षमता कम हो जाती है.
- गर्भावस्था के पहले और दूसरे चरण के पशु खरीदना अधिक फायदेमंद होता है.
5. दांत और सींग से उम्र की पहचान
- पहले दो स्थायी दांत लगभग 2 साल की उम्र में आते हैं.
- सींगों पर हर साल एक नया छल्ला बनता है, पहला छल्ला 3 साल की उम्र में बनता है.
- छल्लों की संख्या में दो जोड़कर उम्र का अनुमान लगाया जा सकता है.
6. स्वास्थ्य और टीकाकरण
- पशु खरीदने से पहले यह जरूर जान लें कि उसे सभी ज़रूरी टीके लगाए गए हैं या नहीं.
- पिछले किसी रोग या संक्रमण की जानकारी होना भी आवश्यक है.
- कमजोर या बीमार पशु खरीदने से बचें, क्योंकि वे न तो दूध दे पाएंगे और न ही लंबे समय तक टिक पाएंगे.
7. प्रजनन क्षमता
- एक अच्छा दुधारू पशु वह होता है जो हर साल एक स्वस्थ बछड़े को जन्म देता है.
- यदि पशु समय पर गर्भधारण नहीं करता या गर्भपात की समस्या है, तो इसे नहीं खरीदना चाहिए.
- प्रजनन से जुड़ी कोई बीमारी हो तो उसका इलाज महंगा और लंबा हो सकता है.
8. पशु का व्यवहार
- शांत और मिलनसार स्वभाव का पशु पालक के लिए काम आसान करता है.
- बहुत चंचल या डरपोक पशु दूध निकालने में परेशानी पैदा कर सकता है.
9. पशु का खानपान और खुराक की आदतें
- पशु की खुराक और खाने की आदतें पहले से जान लेना बेहतर होता है.
- यदि पशु सूखा चारा या हरा चारा नहीं खाता तो उसकी सेहत पर असर पड़ सकता है.
किसानों के लिए सुझाव
अगर आप पहली बार पशुपालन शुरू करने जा रहे हैं तो स्थानीय पशु चिकित्सक या पशुपालन विभाग से सलाह लेना अच्छा विकल्प है. सरकारी योजनाओं के तहत कई बार दुधारू पशु खरीदने पर सब्सिडी भी दी जाती है. ऐसे में सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया की पूरी जानकारी रखें.