Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 September, 2022 12:00 AM IST
nagpuri buffalo farming

डेयरी बिजनेस के लिए भैंस का एक अहम योगदान होता है. दूध से हो रहे मुनाफे को देखते हुए गांव से अब शहरों की तरफ यह व्यवसाय बढ़ाया जा रहा है. इसमें कोई दोहराय नहीं है कि डेयरी फार्मिंग का व्यवसाय बड़ी तेजी के साथ उभरकर आ रहा है. डेयरी फार्मिंग के बिजनेस को और बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई योजनाएं लेकर आ रही है.

देखा जाए, तो भारत में भैंस की कई नस्लें हैं, लेकिन भैंसों की नस्ल में सबसे अधिक दूध देने वाली भैंस में से एक नस्ल नागपुरी भी है, जिससे दूध का बंपर उत्पादन होता है और साथ में किसान लाखों की कमाई कर रहे हैं.

नागपुरी  भैंस की नस्ल

नागपुरी भैंस नाम से ही पता लग रहा है कि इसका ताल्लुक कहीं न कहीं नागपुर से है.  इस नस्ल को एलिचपुरी या फिर बरारी के नाम से भी जाना जाता है और भैंस की यह खास नस्ल महाराष्ट्र के नागपुर, अकोला और अमरावती में पाई जाती है. इसके अलावा यह उत्तर भारत और एशिया के कई इलाकों में पाई जाती है. नर भैंस का को भारी कामों के लिए उपयोग में लाया जाता है.

700 से 1200 लीटर दूध उत्पादन

आंकड़ें देखें, तो नागपुरी भैंस औसतन 700 से 1200 लीटर दूध देती है. अब आप सोच रहे होंगे कि यह कम उत्पादन है. मगर आपको बता दें कि दुधारु पूरे साल नहीं बल्कि बच्चा पैदा करने के कुछ महीनों तक बंपर दूध देती हैं, जिसके बाद दूध उत्पादन में कमी आ जाती है और साल के आखिर में गाभिन होने के बाद दूध उत्पादन बंद हो जाता है. इतना ही नहीं नागपुरी  भैंस के दूध में 7.7 फीसदी वसा भी मौजूद होती है. जबकि गाय के दूध में 3-4 फीसदी ही वसा होती है. दूध के और अच्छे उत्पादन के लिए नागपुरी  भैंस को घास, और भूसी के साथ मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, गन्ना की खोई, जई, शलजम और कसावा दिया जाता है.

यह भी पढ़ें: गायों में गर्भपात की समस्या से मिला छुटकारा, जानें पशुओं में इसका कारण और निदान

नागपुरी  भैंस के सींग

नागपुरी  भैंस की पहचान केवल देखने मात्र से भी की जा सकती है. जैसा कि यह दिखने में यह बहुत विशाल होती हैं. इनके सींग तलवार की तरह होते हैं, उसी की वजह नागपुरी  भैंस बाकी भैंसों से अलग बनाती है. इसके अलावा इसकी गर्दन बेहद लंबी होती है.

English Summary: Nagpuri buffalo will give milk up to 1200 liters for dairy farming
Published on: 22 September 2022, 05:43 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now