Success Story: डेयरी फार्मर रेनू सांगवान को मिलेगा राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024, सालाना कारोबार 3 करोड़ से अधिक! राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा, राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के मौके पर मिलेगा अवार्ड छिपकली पालन से एक रात में 5 हजार तक की कमाई, जानें कैसे डरावना जीव बन रहा है आय का बेहतरीन स्रोत? केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 25 November, 2024 12:00 AM IST
छिपकली पालन से एक रात में 5 हजार तक की कमाई (Picture Credit - wondersoffarming__c (Instagram))

Gecko Farming: अधिकतर घरों में अक्सर छिपकलियां देखने को मिलती हैं. ये भले ही कोई नुकसान नहीं पहुंचातीं हो, लेकिन कई लोगों को असहज जरूर कर देती हैं. ऐसे में ज्यादातार लोग इन्हें घर से भगाने के लिए तरह-तरह के उपाय करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं, कुछ ऐसे देश भी जहां छिपकलियों को पाला जाता है. यहां हैडलैंप और हाथों में मोटी लकड़ी लेकर रात के वक्त कुछ लोग निकलते हैं और घरों में जाकर छिपकलियां पकड़ते हैं. इससे इन लोगों का घर चलता है और अच्छी खासी कमाई करते हैं.

आइये कृषि जागरण के इस आर्टिकल में जानें, छिपकली पालन (Chipkali Palan) कैसे किया जाता है और इससे कितनी कमाई होती है?

इन देशों में होता है छिपकली पालन

खासतौर पर थाईलैंड, मलेशिया और इंडोनेशिया जैसे देशों में छिपकलियों का पालन बड़े स्तर पर किया जाता है. छिपकली पालन में सबसे अधिक टोकाय गेको (Tokay Gecko) नामक प्रजाति की छिपकलियों को पाला जाता है. इस प्रजाति की छिपकलियां औषधीय गुणों के लिए पहचानी जाती है. इन्हें कुछ लोग जंगलों, गांवों और पुराने घरों में जाकर पकड़ते हैं.

ये भी पढ़ें: इन 3 पक्षियों के साथ शुरू करें पोल्ट्री फार्मिंग, कुछ ही दिनों में दोगुनी होगी कमाई!

कैसे पकड़ते है छिपकलियां?

छिपकलियां पकड़ने के लिए यहां के लोगों के पास लगभग 2 मीटर लंबी लकड़ी होती है, जिसकी नोक पर गोंद लगा होता है. ये लोग रात के वक्त इस लकड़ी का इस्तेमाल करते हैं. जब छिपकली लकड़ी की नोक से चिपक जाती है, तो उसे सावधानी से हटाकर एक बक्से में डाल देते हैं और एक ही रात में करीब 400 से 450 छिपकलियां पकड़ लेते हैं. इसके अलावा, बारिश के मौसम में छिपकलियों की संख्या बढ़ जाती है, क्योंकि ये जीव मच्छरों का शिकार करने के लिए बढ़ी संख्या में आते हैं. इससे छिपकली पकड़ने वालों के लिए काम और भी आसान हो जाता है. पकड़ी गई छिपकलियों को सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है और इनके लिए खास तरह का वातावरण तैयार किया जाता है. छिपकलियों को स्वस्थ रखने के लिए सही आहार और देखभाल दी जाती है.

एक रात में 5 हजार की कमाई

छिपकली पालन का बिजनेस इन लोगों के लिए एक अच्छा खासा आय का साधन बन चुका है और इसके जरिए वे अपनी जिंदगी को बेहतर बना रहे हैं. स्थानीय स्तर पर लोग छिपकलियां को पकड़कर एक रात में ही लगभग 2000 से 5000 रुपये तक की कमाई कर लेते हैं. जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एक दुर्लभ छिपकली को बेचने पर 50 हजार से लेकर 1 लाख या उससे अधिक की कमाई कर लेते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें, टोकाय गेको जैसी दुर्लभ प्रजातियों की छिपकलियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी कीमतों पर बिकती हैं. इस प्रजाती की एक छिपकली की कीमत हजारों से लेकर लाखों रुपये तक में हो सकती है.

छिपकलियों का उपयोग

छिपकलियां पारंपरिक चिकित्सा और अन्य उद्योगों में कई महत्वपूर्ण उपयोगों के लिए इस्तेमाल में लिया जाता है. इसके अलावा, चीन की मेडिकल इंडस्ट्री में छिपकलियां का विशेष स्थान है. यहां इनका औषधियों में उपयोग किया जाता है, जो अस्थमा, गठिया और त्वचा रोगों के उपचार में मददगार मानी जाती हैं. इनकी त्वचा और अन्य अंगों का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का इलाज किया जाता है. वहीं, कुछ देशों में छिपकलियों का उपयोग भोजन के रूप में भी किया जाता है. इन्हें प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत माना जाता है और विभिन्न व्यंजन तैयार किए जाते हैं.

English Summary: lizard farming profit and earning tips for gecko farm chipkali palan kaise kare
Published on: 25 November 2024, 02:33 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now