Krishi Yantra Yojana: रोटावेटर और मल्टी क्रॉप थ्रेशर समेत इन 6 कृषि यंत्रों पर मिल रहा 50% तक अनुदान, जानें कैसे उठाएं लाभ Dudharu Pashu Bima Yojana: दुधारू पशुओं का होगा बीमा, पशुपालकों को मिलेगी 75% सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया! PM Kusum Yojana से मिलेगी सस्ती बिजली, राज्य सरकार करेंगे प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए तक की मदद! जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 28 November, 2020 12:00 AM IST

दक्षिण कठियावाड़ की इस नस्ल की गाय राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में पाई जाती है. गिर गाय को देसण, सूरती, गुजराती, सोरठी के नाम से भी जानी जाती है. लाल रंग की इस गाय के शरीर पर सफेद धब्बे होते है, इसके कान लंबे और सिर गुंबद के आकार को होते है. तो आइए जानते हैं गाय की अधिक दूध देने वाली नस्ल के बारे में.

कैसी होती गिर गाय की खुराक?

गिर गाय को संतुलित भोजन ही देना चाहिए. इन्हें फलीदार चारा बेहद पसंद है. जिसमें तुड़ी या अन्य चारा मिलाकर खिला सकते हैं. इससे यह फायदा होता है कि गाय को बदहजमी और आफरे की शिकायत नहीं आएगी. इस नस्ल की गाय प्रोटीन, विटामिन और खनिज पदार्थ युक्त संतुलित आहार देना चाहिए. अनाज में इसे जौ, ज्वार, मक्का, गेहूं, जई, चोकर समते अन्य आहार खिला सकते हैं. यह गाय सरसों, मूंगफली के अलावा मक्का और अलसी से तैयार खुराक भी खाती है. चारे में गिर गाया को बरसीम, लोबिया, मक्का, बाजरा और सुडान घास खिला सकते हैं.

कैसे करें गिर की देखभाल?

इस नस्ल की देखभाल विशेष रूप से की जाती है. इसके लिए अनुकूल शैड बनाकर रखा जाता है. जिससे गिर बारिश, ठंड या तेज धूप से आसानी से बच सके. शैड ऐसा बनाना चाहिए जिसमें ताजी हवा और जरूरी पानी की पूर्ति हो. साथ भोजन के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिए. गोबर और अन्य पदार्थो के निकास के लिए पाइप लाइन की व्यवस्था की जा सकती है. गाभिन गायों की अतिरिक्त देखभाल बेहद जरूरी होती है. उसे अतिरिक्त आहार दे जिससे वह दूध अधिक देती है. समय समय पर गाय का टीकाकरण करना चाहिए. साफ सफाई का भी विशेषतौर पर ध्यान रखना चाहिए.

प्रतिदिन 12 लीटर दूध देती है ये गाय

भारतीय गिर गायों की ब्राजील और इजराइल समेत कई देशों में मांग होती है. दरअसल, यह देश की सबसे ज्यादा दूध देने वाली गाय मानी जाती है, एक दिन में 12 लीटर से अधिक दूध देने की क्षमता रखती है. वहीं एक बेंतकाल में लगभग 2110 लीटर तक दूध देती है. गाय की यह नस्ल 12 से 15 साल तक जीवित रहती है. वहीं एक जीवन काल में 6 से 12 बच्चे पैदा करने की क्षमता रखती है. इसका दूध भी 70 से 200 रूपए लीटर बिकता है. इसकी कीमत 90 हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक होती है.

English Summary: indian breed gir gay profitable farmers
Published on: 28 November 2020, 08:26 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now