पशुपालक अधिक पैसा कमाने के लिए गर्मी के मौसम में अपने पशुओं का सबसे अधिक ध्यान रखें. क्योंकि ज्यादातर केस में देखा गया है कि भीषण गर्मी (Scorching Heat) का असर पशुओं पर सबसे अधिक होता है, कुछ पशु तो गर्मी की मार को झेल नहीं पाते हैं और वह अपना दम तोड़ देते हैं या फिर उन्हें कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसलिए समय रहते आप अपने पशुओं की देखभाल (Animal Care) पर ध्यान दें.
बकरियों में लू के लक्षण (Symptoms of heat stroke in goats)
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गर्मी के मौसम में खाना कम खाना.
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बार-बार पानी पीना.
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शरीर में बेचैनी होना.
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सांस लेने में तकलीफ होना.
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अधिकतर समय में मुंह खोलकर सांस लेने की कोशिश करना.
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पहले से अधिक मात्रा में पसीना आना.
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पेशाब कम आना.
गर्मी में ऐसे करें बकरियों की देखभाल
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बकरियों की देखभाल के लिए आपको सुबह जल्दी उठना होगा.
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सुबह 5 बजे और शाम 5 बजे के आस-पास बकरियों को चराने के लिए घर से बाहर छोड़ देना है.
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अगर संभव हो तो दोपहर के समय भी किसी छाया वाले पेड़ के नीचे बकरियों को चराने के लिए छोड़ दें. ऐसा करने से इनका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और लू (Loo) लगने की संभावना कम होगी.
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गर्मी के मौसम में बकरियों को एक दिन में 15 से 20 लीटर पानी पीने के लिए देना चाहिए.
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बकरियों के चारे में आपको स्वस्थ हरा चारा भी शामिल करना चाहिए. एक बड़े बकरे को गर्मी के सीजन में लगभग 3 से 5 किलो हरा चारा खाने को देना चाहिए.
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बकरियों के रहने का स्थान गर्मी में बांस, लकड़ी, सूखी घास, लठ्ठे आदि से बना होना चाहिए और साथ ही यह स्थान जमीन से लगभग 7 से 8 फीट की ऊंचाई पर होना चाहिए.