Mahindra Tractors ने अप्रैल 2024 में बेचे 37,039 ट्रैक्टर्स, निर्यात बिक्री में 23% की वृद्धि Mandi Bhav: गेहूं की कीमतों में गिरावट, लेकिन दाम MSP से ऊपर, इस मंडी में 6 हजार पहुंचा भाव IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये 2 छोटे बिजनेस, सरकार से मिलेगा लोन और सब्सिडी की सुविधा एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 23 June, 2020 12:00 AM IST

जानवरों में घोड़े के बाद सबसे अधिक वफादार कुत्ते को माना जाता है. कहा जाता है कि कुत्तों में खतरों को भांपने की शक्ति होती है, अपने मालिक पर आने वाले हर तरह के संकट को वो पहले ही पहचान लेते हैं. यही कारण है कि प्राचीन काल से कुत्ते इंसान के दोस्त रहे हैं.

किसानों के दोस्त

वैसे कुत्तो को हर कोई शौक के लिए पालना पसंद करता है, लेकिन एक किसान के लिए इनका महत्व शौक से कुछ अधिक है. किसानों को अक्सर अपनी फसलों को जंगली जानवरों से बचाना होता है. घर, खेत और खलिहान की सुरक्षा करना हर समय संभव नहीं है, ऐसे में एक कुत्ता बेहतर रखवाली का काम कर सकता है. चलिए आज हम आपको कुत्ते की एक खास नस्ल के बारे में बताते हैं, जो किसानों का अच्छा दोस्त साबित हो सकता है.

रखवाली में नंबर एक है गोल्डन रिट्रीवर

गोल्डन रिट्रीवर को रखवाली के लिए जाना जाता है. ये हर समय सतर्क एवं चौकन्ना रहता है. हर तरह के खराब रास्तों एवं ट्रैकिंग जैसी गतिविधियों में ये अपना बेस्ट परफॉरमेंस दे सकता है.

विशेषता

इन नस्ल को इसकी सुंदरता, वफादारी, स्मरण शक्ति और बुद्धिमानी के लिए जाना जाता है. दैनिक व्यायाम या सैर करना इसे पसंद है. इनका कद 2 फीट तक हो सकता है एवं इनका भार 35 किलो तक हो सकता है.

ऐसे करें पिल्ले का चयन

अगर आप इस कुत्ते को खरीदना चाहते हैं, तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें. विशेषकर पिल्ले को खरीदते समय उनकी सेहत, खाल, लिंग और आकार पर गौर करें. 12 सप्ताह तक का पिल्ला खरीदना सही है. खरीदते समय पिल्ले की आंखो, मसूड़ों, पूंछ और मुंह की जांच करना भी जरूरी है.

देखभाल

इसे खुले में घुमना पसंद है, लेकिन फिर भी अधिक बारिश, सर्दी और गर्मियों के मौसम में इनका ध्यान रखें. इनके बालों की देखभाल करना जरूरी है. सप्ताह में दो बार बालों की सफाई करें एवं उन्हें कंघी करें.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

English Summary: Golden Retriever is the Best Guard Dog for your farms field and crops know more about price and others things
Published on: 23 June 2020, 07:01 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now