किसान कृषि के साथ-साथ पशुपालन भी करते है. जिसे वह अपनी अतिरिक्त आय का स्त्रोत मानते हैं. अगर आप भी अतिरिक्त आय के लिए पशुपालन का व्यवसाय करना चाहते हैं और वो भी कम लागत के साथ, तो आपके लिए ऊंट पालन का व्यवसाय बेहतर विकल्प हो सकता है.
ऊंट पर एक नजर
- जैसे कि आप जानते है कि ऊंट को रेगिस्तान का हवाई जहाज कहते हैं.
- यह राजस्थान का सबसे लोकप्रिय पशु है.
- इसे राजस्थान का राज्य पशु भी कहते हैं.
- यह एक ऐसा जानवर है जो 7दिनों तक बिना पानी पिए रह सकता है.
ऊंट पालन क्या है (what is camel farming)
जिस तरह से लोग लाभ के लिए गाय, भैंस और बकरी को पालते है. ठीक उसी तरह से ऊंट का भी पालन किया जाता है. ज्यादातर लोग ऊंट का पालन व्यवसाय के उद्देश्य से करते है. इसे लोगों को एक रोजगार प्राप्त होता है. अगर आप एक ऊंटनी का पालन करते हैं, तो इसके दूध से हर महीने अच्छा मुनाफा कमा सकते है. ऊंटनी भारी मात्रा में दूध देती है और साथ ही इसका दूध स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है. बाजार में इसके दूध की अधिक मांग होती है, क्योंकि इसके दूध से कई तरह के पदार्थों का भी निर्माण किया जाता है. यहीं ही नहीं राजस्थान में ऊंट का प्रयोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए भी किया जाता है, क्योंकि यह बिना थके और बिना पानी पिए मीलों तक चल सकता है.
ऊंट की नस्लें
जिस तरह से हर एक पशु की अलग-अलग नस्लें होती हैं, उसी तरह से ऊंट की भी अलग-अलग नस्लें होती हैं, जिसका अपना एक अलग कार्य होता है. देखा जाए, तो देश में 9 से अधिक ऊंट पालन के लिए नस्लें हैं, जिससे व्यवसाय के लिए उत्तम माना जाता है. जो भारत के विभिन्न राज्यों में पाई जाती है.
जैसे कि-
- बीकानेरी, मारवाड़ी, जैसलमेरी, मेवाड़ी, जालोरी ऊंठ राजस्थान में पाएं जाते है.
- कच्छी और खरई ऊंठ गुजरात में होते है.
- मालवी ऊंठ मध्यप्रदेश में होते है.
- मेवाती ऊंठ को हरियाणा में होते है.
ऊंट के रोचक तथ्य (interesting facts about camel)
- एक सामान्य ऊंठ भी लगभग 7फीट लंबा और 680 किलो का होता है.
- एक ऊंट 1घंटे में 40 मील तक का सफर तय करता है.
- ऊंट का जीवन-काल 40से 50 साल तक होता है.
- ऊंट का इस्तेमाल अधिकत्र लोग सवारी करने के लिए करते है.
- रात के समय में ऊंटके शरीर का तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और वहीं दिन में इसके शरीर का तापमान 41 डिग्री सेल्सियस होता है.
- ऊंटनी की गर्भावस्था 9से 14 महीने तक होती है.
- ऊंट सात दिनों तक बिना पानी पिए रह सकता है. इसलिए इसे राजस्थान या जहां पानी की मात्रा बहुत कम होती है वहां इसका इस्तेमाल अधिक होता है.
- छोटे बच्चों को ऊंटनी के दूध का सेवन कराने से उनकी हड्डियां तेजी से विकसित होती है.