Success Story: एवोकाडो की खेती से भोपाल का यह युवा किसान कमा रहा शानदार मुनाफा, सालाना आमदनी 1 करोड़ रुपये से अधिक! NSC की बड़ी पहल, किसान अब घर बैठे ऑनलाइन आर्डर कर किफायती कीमत पर खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज बिना रसायनों के आम को पकाने का घरेलू उपाय, यहां जानें पूरा तरीका भीषण गर्मी और लू से पशुओं में हीट स्ट्रोक की समस्या, पशुपालन विभाग ने जारी की एडवाइजरी भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! आम की फसल पर फल मक्खी कीट के प्रकोप का बढ़ा खतरा, जानें बचाव करने का सबसे सही तरीका
Updated on: 25 June, 2020 12:00 AM IST
Poultry Farming

लॉकडाउन के दौरान किसान और पशुपालक को पशुओं के चारे को लेकर कई समस्याएं हो रही हैं. इसमें मुर्गियों का पालन करने वाले किसान और पशुपालक भी शामिल हैं. ऐसे में असम के कृषि विज्ञान केंद्र ने मुर्गियों को गेंदे के फूल खिलाने की सलाह दी है.

दरअसल, असम के कामरूप जिले में गेंदे के फूलों की बिक्री नहीं हो पाई. इसके बाद फूलों की पंखुड़यिों को धूप में सूखाकर मुर्गियों के चारे में खिलाया गया. जब मुर्गियों ने अंडे दिए, तब उनमें केरोटीन की मात्रा बहुत अच्छी पाई गई, जो कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में काफी मदद करता है.   

बीटा-कैरोटीन बहुत जरूरी (Beta-carotene very important)

आपको बता दें कि कैरोटीनॉड्स में बीटा-कैरोटीन बहुत जरूरी है. बीटा-कैरोटीन गहरे लाल, नारंगी और पीले रंग वाले फल और सब्जियों से प्राप्त होता है. वैसे बीटा-कैरोटीन कोई पोषक तत्व नहीं है, लेकिन यह रेटिनॉल में बदल जाता है, जो कि हमारे शरीर में विटामिन ए की मात्रा को पूरा करता है. यह आंखों के रोग, कैंसर, हृदय संबंधी कई बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है.

असम के कामरूप जिले की जलवायु में फूलों की खेती के लिए उपयुक्त मानी जाती है. इस कारण वहां सालभर गेंदा, गुलाब, जरबेरा, आर्किड आदि की खेती की जाती है. इन फूलों की बिक्री गुवाहाटी और अन्य जगह पर होती है, लेकिन इस साल लॉकडाउन की वजह से मंदिर, होटल, रेस्टोरेंट, हॉल, शादी समारोह पर रोक लग गई. इस कारण किसान फूलों की बिक्री नहीं कर पाए. 

वैसे किसान रोजाना फूल तोड़ते थे, लेकिन उनकी बिक्री नहीं हो पाती थी. इससे किसानों को काफी आर्थिक हानि हुई है.

अंडों में बढ़ेगी केरोटीन की मात्रा (The amount of carotene will increase in eggs)

ऐसे में कामरूप कृषि विज्ञान केंद्र ने किसानों को गेंदे के फूलों को धूप में सुखाने की सलाह दी है.

अगर  लगभग 100 किलो चारे में 2 से 3 किलो फूल की पंखुड़ियों को मिला दें, तो इस तरह मुर्गियों से अच्छा अंडा उत्पादन मिल सकता है. अंडों में केरोटीन की मात्रा बढ़ेगी.

English Summary: Feed the marigold to the hen, this will increase the quality of the eggs
Published on: 25 June 2020, 05:29 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now