RFOI Awards 2024: नीतूबेन पटेल के सिर सजा 'रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया' अवार्ड का ताज: कृषि उद्यमिता और प्राकृतिक खेती में अद्वितीय योगदान की मिली मान्यता RFOI Awards 2024: युवराज परिहार को MFOI अवार्ड्स 2024 में मिला ‘फ़र्स्ट रनर-अप रिचेस्ट फार्मर ऑफ इंडिया’ अवार्ड MFOI Award 2024: भारत के प्रगतिशील किसानों का भव्य सम्मान समारोह, कार्यक्रम में सैकड़ों कृषकों ने लिया भाग केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 3 March, 2023 12:00 AM IST
पिंजरे में मछली पालन

भारत में बदलते दौरे के हिसाब से अब मछली पालन की नई-नई तकनीकें भी सामने आने लगी हैं  शायद बेहद कम लोगों को पता है कि पिंजरे में भी मछली पालन किया जा सकता हैइसे केज फिशिंग या फिनफिश प्रोडक्शन कहते हैं इसके अलावा इसे मेरीकल्चर भी कहा जाता है जानकारों के मुताबिक पिंजरे में मछलियों का विकास काफी तेजी से होता है इसलिए मुनाफा भी ज्यादा मिलता है. 

भारत के साथ-साथ पूरी दुनिया में मछलियों की खपत बढ़ती जा रही है. चाहे फिश ऑइल हो या फिर मछली से बने दूसरे प्रॉडक्ट्सबाजार में इन सभी चीजों की डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गई है. अकेले भारत में करीब 70 फीसदी लोग मछली का सेवन करते हैंयही कारण है कि ज्यादातर राज्यों में खेती-किसानी के साथ-साथ मछली पालन क्षेत्र में भी तेजी से विकास हो रहा है. मछली किसानों के लिए ऐसी तकनीकें इजाद की गई हैंजिनके जरिये ये किसान कम खर्च में मछली पालन करके अच्छी आमदनी कमा सकते हैं. आधुनिक मछली पालन की इन्हीं तकनीकों में शामिल है पिंजरा मछली पालन. आइये जानते हैं पिंजरे में मछली पालने का तरीका.

कैसे करें पिंजरा मछली पालन

पिंजरा मछली पालन के तहत सबसे पहले मछलियों की अलग-अलग प्रजातियों को पालने के लिए पिंजरे बनाये जाते हैंइनकी लंबाई कम से कम  2.5 मीटरचौड़ाई- 2.5 मीटर और ऊंचाई कम से कम मीटर होनी चाहिए. इस पिंजरों में मछलियों के बीज डालकर बक्से के चारों तरफ सी वीड्स भी लगाए जाते हैं. सी वीड्स यानी जलीय पौधेजो पानी में ही उगाये जाते हैं. बाजार में मछलियों के साथ सी वीड्स की भी काफी मांग रहती है. इस तरह पिंजरा मछली पालन के साथ सी वीड्स उगाने पर कम खर्च में डबल उत्पादन मिल जाता है और किसानों को काफी फायदा भी होता है. 

इन बातों का रखें ध्यान

मछली पालन की इस खास तकनीक के जरिये दो तरह के पिंजरे बनाये जा सकते हैंजिसमें एक पिंजरा अपने स्थान पर ही टिका रहता हैजबकि दूसरी तरह का पिंजरा पानी में तैरता रहता  है. एक जगह स्थिर पिंजरा बनाने के लिए कम से कम मीटर गहराई का जल स्रोत होना चाहिये. और पानी में तैरने वाला पिंजरा लगाने के लिए जल स्रोत की गहराई मीटर से अधिक होनी चाहिए. पिंजरों में मछलियों का प्रबंधन इस तरह करें कि ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित होती रहे. 

पिंजरा मछली पालन के फायदे

पिंजरा मछली पालन तकनीक से मछलियों का विकास तेजी से होता है और कम समय में ही मछलियां बड़ी हो जाती हैं. मछली किसान चाहें तो अलग-अलग पिंजरे में अलग-अलग किस्म की मछलियां पालकर दोहरा मुनाफा कमा सकते हैं. इस तकनीक की मदद से मछलियां स्वस्थ और सुरक्षित रहती हैं. पिंजरे में मछली पालन से बार-बार पानी बदलने की समस्या ही खत्म हो जाती है.  पिंजरा मछली पालन करके कम जोखिमों में मछलियों का बेहतर उत्पादन लेकर अच्छा पैसा कमा सकते हैं. 

ये भी पढ़ेंः मत्स्य पालन की इस तकनीक से कमाएं डबल इनकम, जानिए कैसे बढ़ाए मछली पालन का बिजनेस

मुनाफा

पिंजरे में मछली पालन से किसानों को डबल फायदा होता है. क्योंकि पिंजरे में लगाए सी वीड्स भी बाजार में बेच सकते हैं. इनकी बिक्री अच्छी कीमतों पर होती है. इसलिए पिंजरा पालन तकनीक से मछली पालन में डबल मुनाफा है.

English Summary: Farmers will get double profit from fish farming in cage, try this method once
Published on: 03 March 2023, 12:06 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now