Dairy Farming: डेयरी फार्मिंग के लिए 42 लाख रुपये तक के लोन पर 33% तक की सब्सिडी, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया PM Kisan Yojana Alert: जिन किसानों का नाम लिस्ट से हटा, आप भी उनमें तो नहीं? अभी करें स्टेटस चेक Success Story: सॉफ्टवेयर इंजीनियर से सफल गौपालक बने असीम रावत, सालाना टर्नओवर पहुंचा 10 करोड़ रुपये से अधिक! किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 27 March, 2020 12:00 AM IST

देशभर में कोरोना संकट की वजह से लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है. ऐसे में लोगों को राशन समेत कई वस्तुओं की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन वह उसकी पूर्ति नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि लोगों को लॉकडाउन के दौरान किसी भी चुनौती का सामना न करना पड़े. अब सवाल पशुपालकों के लिए है कि इस स्थिति में पशुपालक अपने पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था कैसे कर पाएंगे. हम आपको बता दें कि पशुपालकों को पशुओं के चारे की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.

दरअसल, झारखंड के धनबाद के पशुपालकों को पशुओं के चारे के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि अब उन्हें पशुओं का चारा निर्बाध तरीके से पहुंचाया जाएगा. पशुपालन एवं सहकारिता विभाग ने फैसला किया है कि लॉकडाउन के दौरान पशुओं के लिए चारा और खाद्य सामग्री की निर्बाध आपूर्ति की जाएगी. बता दें कि लॉकडाउन में भी पशुपालकों और पशुओं को पूरी सुविधा दी जाएगी.  

आपको बता दें कि लॉकडाउन के बाद पशुपालकों को पशुओं का चारा नहीं मिल पा रहा था. इसके साथ ही पशुओं का दूध भी नहीं बिक रहा था, क्योंकि शहर में पशु चारे की गाड़ियों को आने नहीं दिया जा रहा है. इसकी वजह से बिचाली, कुट्टा, चोकर सब महंगे बेचे जा रहे हैं. इतना ही नहीं, शहर में कालाबाजारी भी शुरू हो गई है. इसके अलावा चारे के दाम भी बढ़ गए और दूध की सप्लाई भी कम हो गई. इसकी वजह से इसके दाम काफी नीचे चले गए. यह सब बंद करने के लिए ही विभाग ने निर्देश दिया है.

जानकारी के लिए बता दें कि पशुओं के लिए चारा और खाद्य सामग्री की ज्यादातर आपूर्ति पड़ोसी राज्य बिहार और पश्चिम बंगाल के सड़क मार्ग से होती है. जब से देश पर कोरोना वायरस का संकट मंडराया है, तब से इस पर रोकथाम लग गई है. ऐसे में सभी सेवाओं को मुक्त कर दिया गया है. बता दें कि पशुपालकों को पशुओं का चारा और खाद्य सामग्री की पूर्ति करना अति आवश्यक है, इसलिए पशुपालकों को निर्बाध चारा दिया जा रहा है.

English Summary: animal feeders will get animal feed easily
Published on: 27 March 2020, 05:18 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now