भारत में महिलाओं की भागीदारी अब हर क्षेत्र में बड़े पैमाने में देखने को मिल रही है. महिलाओं को और बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई योजनाएं चला रही है. ऐसे ही राजस्थान सरकार ने आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक बड़ा कदम उठाया है. जिसके लिए राज्य में नई योजना लागू की जा रही है.
इस योजना के तहत सरकारी विभागों व निजी दफ्तरों में काम कर रही महिलाओं के लिए घर से काम यानि कि वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी जाएगी. इसके साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर, विधवा, हिंसा से पीड़ित व दिव्यांग महिलाओं को पहले प्राथमिकता दी जाएगी. इस योजना के तहत महिलाओं को घर से काम करने के साथ नए रोजगार के अवसर भी प्रदान किए जा रहे हैं. बता दें कि अभी इस योजना के तहत महिलाओं को टाइपिंग, डेटा एनालिसिस, अकाउंटिंग संबंधी,सॉफ्टवेयर डिजाइनिंग, सिलाई, ग्रेडिंग, काउंसिलिंग सेवाएं आदि का काम उपलब्ध कराया जाएगा.
जनाधार के जरिए होगा पंजीकरण
वर्क फ्रॉम होम योजना का लाभ पाने के लिए राजस्थान की महिलाओं को मुख्यमंत्री वर्क फ्रॉम होम (Mukhyamantri Work From home) की आधाकारिक वेबसाइट mahilawfh.rajasthan.gov.in पर जाना होगा. जिसके बाद वह जनाधार कार्ड के माध्यम से आपना पंजीकरण करवा सकती हैं. जिसके बाद उनकी योग्यता व अनुभव के आधार उन्हें नौकरी दी जाएगी तथा पद के अनुसार ही उनका वेतन निर्धरित होगा. खास ध्यान देने वाली बात है कि इस योजना के तहत केवल राजस्थान की मूल महिलाएं ही आवेदन कर सकती हैं.
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6 महीने में 20 हजार महिलाओं को मिलेगा रोजगार
वर्क फ्रॉम होम योजना के लिए राजस्थान सरकार ने 100 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है और छह महीने में लगभग 20,000 महिलाओं को रोजगार देने का लक्ष्य रखा है. अब तक 150 से अधिक महिलाओं और 9 कंपनियों ने इस योजना के लिए पंजीकरण कराया है.