शिक्षा मानव जीवन का सबसे अनिवार्य हिस्सा है. शिक्षा एक व्यक्ति को निपुणता से नई चीजें सीखने और दुनिया के तथ्यों के बारे में जानने में मदद करती है. ऐसे में शिक्षा से कोई अछूता नहीं रह जाए इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार अलग-अलग योजनाओं के तहत शिक्षा ग्रहण करने के लिए मदद करती है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश राज्य मंत्रिपरिषद ने फैसला किया है कि 3 लाख सालाना आय वाले लोगों को ‘सुमंगल’ योजना के तहत आच्छादित (छाया हुआ, ढका हुआ) किया जाएगा. दरअसल अगर यूपी के 3 लाख सालाना आय वाले लोगों के यहां बिटिया जन्म होती है तो उन्हें ‘सुमंगल’ योजना के तहत जन्म होते ही 2000 रुपए मिलेंगे. उसके बाद कक्षा 1 में पहुंचने पर 2 हजार रुपए और फिर कक्षा 6 और ग्रेजुएट तक यह राशि मिलेगी.
बता दे कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ‘कन्या सुमंगला’ योजना के तहत जन्म से लेकर बेटी के स्नातक होने तक 6 चरणों में कुल 15 हजार रुपये देगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में शनिवार की शाम हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया. इसके साथ ही 34 अन्य फैसलों पर भी कैबिनेट ने मुहर लगाई. कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने बताया कि योजना में लाभ के लिए सालाना आय 1.80 लाख रुपये का प्रस्ताव था, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने 3 लाख रुपये आय तक के लोगों को लाभ देने का फैसला किया है.
6 चरणों में मिलेगा पैसा
जन्म पर : 2,000
1 साल पर : 1,000
पहली कक्षा में : 2,000
छठी कक्षा में : 2,000
नौवीं कक्षा में : 3,000
12वीं के बाद : 5,000
यूपी कन्या सुमंगला योजना के लिए जरूरी दस्तावेज-
1. यूपी कन्या सुमंगला योजना के आवेदन के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र होना चाहिए.
2. कन्या सुमंगला योजना के आवेदन के लिए माता-पिता के आधार कार्ड का होना बहुत जरूरी हैं.
3. जब कन्या का पहली कक्षा में दाखिला होगा तो उसका प्रमाण भी देना आवश्यक होगा.
4. कन्या सुमंगला योजना के आवेदन के समय माता-पिता को भी अपनी खाता संख्या देनी होगी.
अगर आप यूपी कन्या सुमंगला योजना का ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं. तो अभी इसकी ऑनलाइल प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है.
जिन 34 अन्य फैसलों पर कैबिनेट ने मुहर लगाई उनमें एक चीनी मिल के लिए थ्री टायर योजना है. इस योजना के तहत गोरखपुर की धुरियापुर और पीलीभीत की मझोला, बलिया की चीनी मिलों की 50-50 एकड़ जमीन के लिए तीन योजनाएं शुरू की गई हैं. इसमें सेकेंड जेनरेशन एथनाल और फ्यूल प्लांट की स्थापना के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड से एमओयू (Memorandum of Understanding : दो या दो से अधिक पक्षों के बीच हुए समझौते का दस्तावेज समझौता ज्ञापन) किया जाएगा. इसे जमीन 30-30 साल की लीज पर दी जाएगी. और यहां इंटीग्रेटेड शुगर काम्पलेक्स स्थापित किया जाएगा.