लोग अपने पैसे के निवेश को लेकर बेहद सतर्क रहते हैं. अगर आप भी अपने पैसे को सुरक्षित और अच्छी जगह निवेश करना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग (post office small saving) आपके लिए बेहतर ऑप्शन हो सकता है. देश के ज्यादातर लोग पोस्ट ऑफिस की स्कीम में निवेश करते हैं, क्योंकि यह संस्था देश की सबसे भरोसेमंद संस्थाओं में से एक है.
भारत सरकार भी पोस्ट ऑफिस की स्कीम (post office scheme) की गारंटी देती है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इस स्कीम से जुड़कर लाभ उठा सके. पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग की सबसे अच्छी खासियत यह है, कि इसमें 124 महीने में निवेश की राशि डबल आपको दी जाती है.
तो आइए पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग की खासियत और टैक्स प्रक्रिया के बारे में जानते है...
पोस्ट ऑफिस स्कीम की खासियत (Features of Post Office Scheme)
आपको बता दें कि पोस्ट ऑफिस (post office) की इस स्कीम में आपके निवेश पर 6.9 प्रतिशत तक ब्याज दर दी जाती है. ऐसे में आपका पैसा लगभग 10 साल में दोगुना हो जाता है. इस स्कीम को आप एक 1000 रूपए के निवेश के साथ भी शुरू कर सकते हैं और वहीं इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस स्कीम में निवेश करने से आपको इनकम टैक्स की धारा 80C (Section 80C of Income Tax) के तहत विशेष छूट दी जाती है.
पोस्ट ऑफिस की स्कीम में टैक्स प्रक्रिया (Tax procedure in post office scheme)
किसान विकास पत्र स्कीम (Kisan Vikas Patra Scheme) में निवेश किए गए पैसे पर आपसे दो तरह से इनकम टैक्स लिया जाएगा. एक कैश बेसिस टैक्सेशन (cash basis taxation) और वहीं दूसरा सालाना ब्याज पर लगने वाला टैक्स.
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अगर आप पहले ऑप्शन को चुनते है, तो आपको कैश बेसिस पर मैच्योरिटी (Maturity on Cash Basis) के समय मिली राशि पर ब्याज के हिस्से पर टैक्स देना होगा. अगर आप दूसरे ऑप्शन को चुनते है.
तो आपके निवेश पर सालाना टैक्स (annual tax) लिया जाएगा. इन दोनों में से आप अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी एक विकल्प को चुन सकते हैं.