Kisan Credit Card Scheme Update: किसानों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना में एक बड़ा बदलाव किया गया है. अब किसानों को बिना किसी गारंटी (सिक्योरिटी) के करीब ₹2 लाख तक का ऋण की सुविधा प्राप्त होगी. सरकार की इस पहल से किसानों को खेती, पशुपालन और मत्स्य पालन के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता आसानी से मिल सकेगी.
सरकार की यह पहल "आत्मनिर्भर भारत" के लक्ष्य को पूरा करने में भी मदद करेगी. ऐसे में आइए इस योजना से जुड़ी हर जरूरी जानकारी यहां जानते हैं...
क्या है किसान क्रेडिट कार्ड योजना? (What is Kisan Credit Card Scheme?)
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना का उद्देश्य किसानों को आसान और किफायती दरों पर ऋण उपलब्ध कराना है ताकि वे बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि उपकरण, पशुपालन और मत्स्य पालन जैसी आवश्यकताओं को पूरा कर सकें.
2 लाख रुपए तक बिना गारंटी ऋण– क्या हैं फायदे?
सरकार ने इस योजना में बदलाव कर 1.6 लाख रुपए की सीमा को बढ़ाकर 2 लाख रुपए कर दिया है, जिससे अब किसानों को अधिक सहायता मिल सकेगी. इस निर्णय से छोटे और सीमांत किसानों को विशेष रूप से लाभ होगा.
इस बदलाव से मिलने वाले लाभ
- बिना गारंटी 2 लाख रुपए तक का ऋण
- कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध
- कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन के लिए वित्तीय सहायता
- ऋण चुकाने में लचीलापन और आसान पुनर्भुगतान विकल्प
- किसानों को साहूकारों से कर्ज लेने की जरूरत नहीं
कौन-कौन ले सकता है लाभ?
इस योजना का लाभ सभी छोटे और सीमांत किसान, स्वयं सहायता समूह (SHG), किसान उत्पादक संगठन (FPO), और मत्स्य एवं पशुपालन क्षेत्र से जुड़े लोग उठा सकते हैं.
कैसे करें आवेदन?
किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होती है:
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र (वोटर आईडी, पैन कार्ड आदि)
- भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी बैंक शाखा या कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाएं.
- किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन पत्र भरें और जरूरी दस्तावेज जमा करें.
- बैंक आवेदन की समीक्षा करेगा और कुछ ही दिनों में KCC जारी कर देगा.
- स्वीकृति मिलने के बाद किसान सीधे बैंक खाते से ऋण प्राप्त कर सकते हैं.