जहां एक तरफ पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (COVID-19) के खिलाफ़ जंग लड़ रही है, वहीं भारत में भी इसे मात देने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इसी बीच केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा देश उत्थान महाअभियान' (Pradhan Mantri Kisan Urja Suraksha Evam Utthan Mahabhiyan) यानी पीएम-कुसुम योजना का काम भी जोर-शोर से हो रहा है. इसके ज़रिए किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया अभी भी जारी है. फिलहाल अभी तक कोरोना वायरस (coronavirus) की वजह से इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. किसान अभी भी Kusum Yojana के तहत सोलर पंप (solar pump yojana) का लाभ ले सकते हैं.
इसके लिए किए जाने वाले आवेदन 31 मार्च के बाद उत्तर प्रदेश राज्य में बंद होने जा रहे हैं. ऐसे में वे सभी किसान, जिन्होंने अभी तक आवेदन नहीं किया है, समय रहते जल्द से जल्द कर लें. उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 31 मार्च 2020 है. इस योजना की ख़ास बात यह है कि किसान अपनी बंजर जमीन का भी इस्तेमाल सौर ऊर्जा के लिए बखूबी कर अतिरिक्त आय का ज़रिया निकाल सकते हैं.
क्या है यह योजना?
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की भाजपा सरकार (BJP) ने राज्य में ‘कुसुम योजना’ को लागू किया है. साल 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने (doubling farmer’s income) के उद्देश्य के तहत यह योजना काफी कारगर साबित हो सकती है. योजना की बात करें तो इसके तहत किसानों को खेतों में सिंचाई के लिए सोलर पंप उपलब्ध कराने के लिए आवेदन मांगे जा रहे हैं. इस किसान उर्जा सुरक्षा और उत्थान महाअभियान योजना में केंद्र के साथ राज्य सरकार ने भारत में सिंचाई के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी डीजल अथवा बिजली के पंप को सोलर ऊर्जा (Solar energy) से चलाए जाने की योजना बनाई है.
किसानों के लिए सब्सिडी (subsidy for farmers)
आपको बता दें कि सरकार किसानों को इस सोलर पंप योजना में पंप सेट और नलकूप स्थापिेत करने के लिए सब्सिडी भी दे रही है. इस तरह किसानों की खेती में आ रही सिंचाई और पानी की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में यह बहुत ही मददगार है. ख़ास बात यह है कि उत्तर प्रदेश के किसानों से मिलने वाले आवेदन के साथ अब बाकी जगह के किसान भी बहुत ही जल्द इसका लाभ उठा सकेंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2020 (budget 2020) में इस योजना के विस्तार की घोषणा की है. इसके मुताबिक इस साल देशभर में 20 लाख किसानों को शामिल करने का फैसला किया गया है. अबतक इस योजना को किसानों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. इसके साथ ही सरकार ने भी बाकी राज्यों के किसानों को यह आश्वासन दिया कि इसे जल्द ही वहां भी लागू किया जाएगा.
आपको बता दें कि राज्य और केंद्र सरकार की तरफ से 2 से 3 HP के सोलर पंप पर किसानों को 70 फीसदी सब्सिडी (SUBSIDY) दी जा रही है. इसके साथ ही 5 HP के सोलर पंप पर किसानों को 40 फीसदी सब्सिडी दी जा रही है. किसान चाहें तो 30 फीसदी बैंक से लोन भी ले सकते हैं.
किसानों को कितना भुगतान करना होगा?
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1800 वॉट 2 एचपी-एसी सरफेस सोलर पंप के लिए किसान को 28376 रुपए देने होंगे.
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3000 वॉट 3 एचपी-डीसी सरफेस सोलर पंप के लिए किसान को 38882 रुपए देने होंगे.
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3000 वॉट 3 एचपी-डीसी सरफेस सोलर पंप के लिए किसान को 38007 रुपए देने होंगे.
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4800 वॉट 5 एचपी- एसी सबमर्सिबल सोलर पंप के लिए किसान को 87020 रुपए देने होंगे.
उत्तर प्रदेश के किसान सोलर पंप योजना के लिए आवेदन कैसे करें? (How to apply for solar pump yojana)
अगर आप भी उत्तर प्रदेश राज्य के किसान हैं और सोलर पंप योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो इसके दो तरीके हैं. पहला तरीका ऑनलाइन मोड है, वहीं दूसरा तरीका ऑफलाइन मोड है.
आपको बता दें कि ऑनलाइन मोड के तहत किसान उत्तर प्रदेश राज्य सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर सीधे आवेदन कर सकते हैं. किसानों को http://www.upagripardarshi.gov.in/ लिंक पर क्लिक करके ऑनलाइन आवेदन करना होगा.
वहीं अगर ऑफलाइन मोड (offline application) के जरिए किसान अगर आवेदन करना चाहते हैं तो उन्हें सीधे बिजली बोर्ड/विभाग (electricity department) या एमएनआरई विभाग (MNRE) से संपर्क करना होगा. इसके अलावा किसान ऑफलाइन आवेदन फॉर्म भी भर सकते हैं.
कुसुम योजना के लिए अन्य राज्य के किसान ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन (KUSUM Yojana Online Application Procedure for other state farmers)
कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए गए हैं. किसानों द्वारा ऑनलाइन आवेदन (online apply) करने के लिए लिंक खुल गए हैं. पीएम कुसुम योजना (PM Kusum Yojana) की आधिकारिक साइट (official website of PM KUSUM YOJANA) पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. किसान इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं.