Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 14 December, 2019 12:00 AM IST

केंद्र की मोदी सरकार 2014 के बाद से किसानों हित में अभी तक कई सारी योजनाओं की शुरुआत कर चुकी है जिनमें प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि में मशीनीकरण, राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना, राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना, स्वायल हेल्थ कार्ड, जैविक खेती और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना आदि है. इन सभी योजनाओं का फोकस किसानों की आमदनी बढ़ाने पर है. इन योजनाओं का मकसद यह है कि किसान के खेत में पैदा फसल उसके घर तक सही तरीके से पहुंचे और बाजार में उसका अच्छा मूल्य मिले. अभी कुछ साल पहले तक किसानों का खेती से मोहभंग होता जा रहा था लेकिन केंद्र सरकार की ये सभी योजनाएं पैसे कमाने का बड़ा जरिया बनकर उभरी है. यहीं वजह है कि किसानों ने बड़े पैमाने पर खेती करना शुरू कर दिया है. ऐसे में आइये आज हम  आपको केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही उक्त योजनाओं के बारें में संक्षेप में बताते है 

1.प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना

कृषि मंत्रालय के मुताबिक फसल बीमा योजना के तहत 2016 से अब तक देश भर में किसानों को 47,600 करोड़ रुपये के क्लेम का भुगतान किया गया.

2. कृषि में मशीनीकरण

खेती तभी तरक्की करेगी जब इसमें मशीनों का इस्तेमाल होगा. कृषि मंत्रालय के मुताबिक 2016 से 2019 के दौरान देश भर में किसानों को 29,54,484 मशीनों का वितरण किया गया, जबकि 2010 से 2014 के दौरान सिर्फ 10,12,904 मशीनों का ही वितरण हुआ था. मशीन बैंक बनाने के लिए सरकार 40 फीसदी सब्सिडी दे रही है.

3. राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना

सरकार ने अब तक देश की 585 मंडियों को ई-नाम (राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना) के तहत जोड़ दिया है. ई-नाम एक इलेक्ट्रॉनिक कृषि पोर्टल है. जो पुरे भारत में मौजूद कृषि उत्पाद विपणन समितियों को एक नेटवर्क में जोड़ने का काम करती है. इसका मकसद सभी कृषि उत्पादों को एक बाजार उपलब्ध करवाना है.

4. स्वायल हेल्थ कार्ड

खेती की सेहत कैसी है उसमें किस खाद की जरूरत है और किसकी नहीं, अगर किसान को यह बात पता चल जाए तो खादों का इस्तेमाल कम हो जाएगा. फसल अच्छी होगी. इसलिए सरकार ने स्वायल हेल्थ कार्ड की योजना शुरू की. 2015 से 2017 तक 10.73 करोड़ और 2017 से 2019 तक 10.69 करोड़ स्वायल हेल्थ कार्ड बांटे गए.

5. जैविक खेती

रासायनिक खादों से पैदा होने वाले अनाज और साग-सब्जियों से लोगों की सेहत खराब हो रही है. इसलिए सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए परंपरागत कृषि विकास योजना शुरू की. इसके तहत जैविक खेती को इतना प्रोत्साहित किया जा रहा है कि इस क्षेत्र में अच्छा करने वाले किसानों को पद्मश्री से नवाजा गया. कृषि मंत्रालय के मुताबिक इस समय देश में 27.10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में जैविक खेती हो रही है.

6. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम

आजादी के बाद पहली बार किसी सरकार ने किसानों के बैंक खातों में सीधे पैसा भेजने की शुरुआत की. देश के 14.5 करोड़ किसानों को सालाना छह-छह हजार रुपये खेती-किसानी के लिए मिलने जा रहे हैं. 87,000 करोड़ रुपये की बड़ी राशि सीधे किसानों के अकाउंट में जा रही है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत अब तक 5,41,42,319 किसानों के अकाउंट में पहली और दूसरी किस्त का पैसा भेजा जा चुका है.

English Summary: know about modi goverment scheme Pradhan Mantri Crop Insurance Scheme, Soil Health Card, Organic Farming and Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi yojna
Published on: 14 December 2019, 04:43 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now