कोरोना संक्रमण काल में सरकार का पूरा फोकस ग्रामीण अर्थव्यवस्था (Rural Economy) पर है. सरकार कृषि के अलावा पशुपालन को भी बढ़ावा दे रही है. ऐसी ही सरकार की एक योजना है कामधेनु डेयरी योजना (Kamdhenu Dairy Scheme). इस योजना के माध्यम से सरकार पशुपालन व्यवसाय (Animal Husbandry Business) को बढ़ावा देकर किसानों, पशुपालकों, गाय मालिकों, महिलाओं और युवाओं को स्वरोजगार प्रदान कर रही है.
भारत में डेयरी फार्मिंग (Dairy Farming Scope in India)
पशुपालन न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में सबसे आकर्षक और मांग वाले व्यवसायों में से एक है. इसके अलावा यदि पशुपालन का व्यवसाय समझदारी से किया जाए तो खेती से ज्यादा आमदनी इससे की जा सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भारत का सबसे बड़ा दूध उत्पादक राज्य है, जो कुल दूध उत्पादन में लगभग 18% का योगदान देता है. इसके बाद राजस्थान (Rajasthan), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), गुजरात (Gujarat) और पंजाब (Punjab) का योगदान 11%, 10%, 8% और 7% है.
कामधेनु डेयरी योजना की मुख्य विशेषताएं (Important Points of Kamdhenu Dairy Scheme)
राजस्थान सरकार ने देशी गायों के उच्च तकनीक वाले डेयरी फार्मों (Dairy Farms) को बढ़ावा देने के लिए कामधेनु डेयरी योजना शुरू की है.
इसके तहत राज्य के किसान, पशुपालक, महिला, पुरुष और युवा सभी पात्र हैं.
कामधेनु डेयरी योजना का संचालन पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department ) के माध्यम से किया जाएगा.
योजना की प्रजनन नीति के अनुसार दुधारू देशी गायों (Desi Cow) को समृद्ध कर उन्नत गायों की डेयरी (Cow Dairy Farm) को बढ़ावा दे सकते हैं.
कामधेनु डेयरी योजना के लाभ (Kamdhenu Dairy Scheme Key Benefits)
पशुपालन क्षेत्र में काम करने वाले नागरिक सरकार की योजना से लाभान्वित हो सकते हैं.
इस योजना से राज्य के नागरिकों को कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाला दूध (Best Quality Milk) मिलने से लाभ होगा.
साथ ही महिलाएं और बेरोजगार नागरिक इस योजना का लाभ उठा सकेंगे ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें.
अगर कोई इस योजना के लिए ऑनलाइन (Online Application) आवेदन करता है तो उसे पूरी राशि का सिर्फ 10% ही देना होगा. सरकार आपको ऋण के रूप में आपके सभी बकाया धन पर छूट प्रदान करेगी.
अगर कोई व्यक्ति अपना कर्ज समय पर चुकाता है तो सरकार 30 फीसदी सब्सिडी के साथ-साथ रिफंड भी देगी. नागरिक इस योजना के तहत इस पद्धति के माध्यम से आसानी से लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
कामधेनु डेयरी योजना के तहत लाभार्थी को मात्र 15 प्रतिशत वहन करना होगा, जबकि सरकार 85 प्रतिशत ऋण देगी.
कामधेनु डेयरी योजना की महत्वपूर्ण जानकारी (Kamdhenu Dairy Scheme Details)
लाभार्थी के पास डेयरी खोलने के लिए पर्याप्त जगह और हरा चारा (Green Fodder) पैदा करने के लिए कम से कम एक एकड़ जमीन होनी चाहिए.
सफल आवेदक को बैंक के माध्यम से ऋण प्राप्त करने के बाद डेयरी प्रबंधन (Dairy Management) और गाय उत्पादों (Dairy Products) में प्रशिक्षण और मार्गदर्शन भी दिया जाएगा.
लाभार्थी को इस क्षेत्र में कम से कम तीन साल का अनुभव होना चाहिए.
साथ ही स्थानीय निकाय के प्रतिबंधित क्षेत्र के बाहर डेयरी का संचालन किया जाएगा.
डेयरी में उच्च दूध क्षमता वाली एक ही नस्ल (Cow Breed) की 30 गायें होंगी. देशी नस्ल की गायें जिनकी उम्र पांच या दो साल होनी चाहिए और दूध का उत्पादन 10-12 लीटर प्रतिदिन होना चाहिए.
पहले चरण में एक ही नस्ल की 15 दुधारू गायें (Milch Cows) और दूसरे चरण में 15 देशी नस्ल की गायें (Desi Cow Breed) खरीदनी होंगी.
कामधेनु डेयरी योजना में ऋण और सब्सिडी (Kamdhenu Dairy Scheme Loan and Subsidy)
डेयरी स्थापित करने वाले शिक्षित पशुपालकों को अनुभव और अपनी जमीन की आवश्यकता होती है. जिसमें बैंक पशुपालन के लिए 60 प्रतिशत ऋण देता है. वहीं इस योजना के तहत 30 गायों को पालने के लिए किसानों को कुल लागत का करीब 85 फीसदी कर्ज दिया जाता है.
कामधेनु डेयरी योजना परियोजना के तहत सब्सिडी (Dairy Farming Subsidy) पर 90% का ऋण लेकर डेयरी की स्थापना की जा सकती है. इस योजना के तहत किसान को अधिकतम 3.5 लाख रुपये का निवेश करना होगा. इस योजना में सबसे अच्छी देशी नस्ल की कम से कम 15 गायों को डेयरी में रखना होता है, जो प्रतिदिन लगभग 10-12 लीटर दूध देती है.
इस प्रकार प्रतिदिन 15 गायों से लगभग 150 लीटर दूध प्राप्त होता है. अगर आप इसे कम से कम 35 रुपये प्रति लीटर बेचते हैं तो दूध 5250 रुपये प्रति दिन में बेच सकते हैं. इस तरह आप एक महीने में करीब 1 लाख 57 हजार रुपये का दूध बेच सकते हैं. इसके बाद अब आप खुद कमाई का कैलकुलेशन कर सकते हैं.
कामधेनु डेयरी योजना दस्तावेज (Kamdhenu Dairy Scheme Important Documents)
डेयरी क्षेत्र में कार्य अनुभव का पत्र
आवास प्रमाण पत्र
आधार कार्ड
बैंक के खाते का विवरण
पिछले तीन वर्षों का आयकर विवरण
कामधेनु डेयरी योजना पात्रता (Kamdhenu Dairy Scheme Eligibility)
इस योजना का लाभ लेने के लिए नागरिक के पास हरा चारा पैदा करने के लिए 1 एकड़ जमीन का होना अनिवार्य है.
इसके अलावा उनके पास देसी गाय भी होनी चाहिए. जिनकी उम्र 6 साल है.
उत्पादन प्रक्रिया के अनुसार गाय को 10 से 12 लीटर दूध देना चाहिए, इस योजना के तहत किसान को 25 गाय या भैंस रखने की सुविधा है.
लाभार्थी या किसान के लिए इस क्षेत्र में कम से कम 2 साल का अनुभव होना अनिवार्य है.
कामधेनु डेयरी योजना पंजीकरण प्रक्रिया (Kamdhenu Dairy Scheme Online Registration Process)
इस योजना के रजिस्ट्रेशन के लिए आपको सबसे पहले राजस्थान गोपालन विभाग (Rajasthan Gopalan Department) की अधिकारिक वेबसाइट gopalan.rajasthan.gov.in पर जाना होगा.
इसके बाद आपको फॉर्म डाउनलोड करना है और उसमें पूछी गई सभी जानकारी भरकर संबंधित कार्यालय में जमा करना है.
कामधेनु डेयरी योजना सब्सिडी के तहत राज्य का कोई भी किसान ऋण सब्सिडी (Farmer Loan Subsidy) के लिए आवेदन कर सकता है. इसके तहत 25 गाय-भैंसों को 3% ब्याज पर पालने के लिए किसान को कुल लागत का 85% दिया जा रहा है, कामधेनु डेयरी योजना के तहत लिए गए ऋण की अदायगी पर शेष राशि का 15% किसान को स्वयं वहन करना होगा.