केंद्र व राज्य सरकार समय – समय पर किसानों के मद्देनजर योजनाएं लाती रहती है. इसी कड़ी में हरियाणा सरकार किसान हित में एक बड़ी योजना लाई है. जैसा कि सर्व विदित है ग्रामीण लोगों का आधार कृषि व पशुपालन है. इसी के मद्देनजर हरियाणा के नवीन एवं नवीनीकरणीय ऊर्जा व जनस्वास्थ्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने बीते दिन कहा कि प्रदेश में सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों की विशेष योजना बनाई गई है। इसके अंतर्गत नाबार्ड की सहायता से 50 हजार सौर पंप किसानों व गौशालाओं को दिए जाएंगे. इस योजना पर तकरीबन 1696 करोड़ रुपए खर्च होंगे. दरअसल डॉ. बनवारी लाल शुक्रवार को हरियाणा के गांव कादीपुर में मनोहर ज्योति गृह प्रकाश प्रणाली के प्रदेश स्तरीय लोकार्पण व वितरण कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होने गांव कादीपुरी में पार्क के लिए 21 लाख व विधायक ओमप्रकाश यादव गांव के विकास के लिए 20 लाख रुपए देने की घोषणा की.
मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश में इन सोलर पंपों की स्थापना होने के बाद तकरीबन 238 मेगावाट हरित ऊर्जा का उत्पादन होगा. इस ऊर्जा से न केवल पंप चलाने में इस्तेमाल होने वाले डीजल की बचत होगी बल्कि डीजल पंप से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम भी होगी. उन्होंने आगे कहा कि किसानों की आय डबल करने में सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में दी जा रही बिजली की सब्सिडी को कम करने के मकसद से करनाल व यमुनानगर जिले में एक-एक पायलट प्रोजेक्ट की रूपरेखा तैयार की गई है। इस योजना के अंतर्गत 11 कृषि फीडर को चूना गया है। वर्तमान में कुल 468 बिजली आधारित ट्यूबवेलों को ऊर्जा आधारित ट्यूबवेलों में बदला जाएगा। इन सौर ऊर्जा आधारित ट्यूबवेलों से जो अधिक बिजली का उत्पादन होगा, उससे किसानों को भुगतान किया जाएगा। इस योजना पर तकरीबन 26 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
उन्होने आगे कहा कि हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है. यहां खेती कचरे से ऊर्जा के उत्पादन की बहुत संभावनाएं हैं। खेतों में पराली जलाने से काफी प्रदूषण होता है। मिट्टी की उर्वरता क्षमता भी कम होती है जिससे निपटने के लिए सरकार के द्वारा लगभग 50 मेगावाट बिजली उत्पादन की योजना लागू की जा रही है। गौरतलब है कि इस अवसर पर मनोहर ज्योति योजना के अंतर्गत जांजडियावास की बबली देवी, पाएगा गांव की राजबाला, खेड़ी की सुमन, बड़कोदा के प्रदीप कुमार और कांटी के सुदेश कुमार को होम लाइटनिंग सिस्टम दिया गया.