Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 29 June, 2020 12:00 AM IST

छत्तीसगढ़ सरकार गौ-पालन के लिए खास योजना लेकर आई है, जिसके द्वारा किसान औऱ पशुपालक की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत बनाया जाएगा. इसके साथ ही खुले में चराई पर रोकथाम, सड़कों और शहरों में आवारा घूमते पशुओं पर रोकथाम, पर्यावरण को सुरक्षित रखने में मदद मिल पाएगी. इसके लिए गोधन न्याय योजना का ऐलान किया गया है. इसकी शुरूआत राज्य में हरेली पर्व के शुभ दिन से होगी. इन दिन से किसानों और पशुपालकों से गोबर निर्धारित दर पर खरीदा जाएगा. इस योजना के जरिए गांवों में रोजगार के अवसर भी प्रदान हो पाएंगे.   

क्या है गोधन न्याय योजना

छत्तीसगढ़ राज्य में खुले में चराई की परंपरा रही है. इससे किसान की फसलों को काफी नुकसान होता है. इसके साथ ही सड़क दुर्घटनाएं भी होती है कई पशुपालक दूध निकालने के बाद पशुओं को खुला छोड़ देते हैं. इस स्थिति में सुधार लाने के लिए इस योजना को लागू किया गया है. इस योजना के तहत पशुपालक अपने पशुओं के चारे-पानी का प्रबंध कर पाएंगे, साथ ही उन्हें बांधकर रखेंगे. इससे उन्हें गोबर प्राप्त होगा, जिसे वह सरकार को बेचकर आर्थिक लाभ कमा पाएंगे.

किसान और पशुपालकों को आर्थिक लाभ

  • राज्य में गौपालन को बढ़ावा मिल पाएगा.

  • पशुओं की सुरक्षा हो पाएगी.

  • पशुपालकों को आर्थिक रूप से लाभ मिल पाएगा.

  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी.

  • गांवों में पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए गौठानों का निर्माण होगा.

  • राज्य के 2200 गांवों में गौठानों का निर्माण हो चुका है.

  • इसके साथ ही 2800 गांवों में गौठानों का निर्माण किया जा रहा है.

  • बड़ी मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण भी महिला स्व-सहायता समूहों के जरिए शुरू किया गया है.

ये खबर भी पढ़ें: मुद्रा शिशु योजना के तहत मिल रहा बिना गारंटी 50 हजार रुपए का लोन, जल्द उठाएं इस मौके का फायदा

गोबर खरीदने की दर होगी निर्धारित

गोधन न्याय योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से गोबर खरीदा जाएगा. इसके लिए दर निर्धारित की जाएगी. यह दर कृषि एवं जल संसाधन मंत्री द्वारा तय की जाएगी. इस योजना को पूरी तरह से आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लागू किया गया है. इससे अतिरिक्त आमदनी होगी, साथ ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. खास बात है कि किसान वर्मी कम्पोस्ट के जरिए जैविक खेती कर पाएंगे. इस योजना के जरिए तैयार होने वाली वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री सहकारी समितियों के माध्यम से की जाएगी.

ये खबर भी पढ़ें:Pension Scheme: परिवार पहचान पत्र पोर्टल से जुड़ी 3 तीन सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजनाएं, हर महीने मिलते हैं 2,250 रुपए

English Summary: Government of chhattisgarh Godhan naye scheme under the farmer and herders will buy cow dung
Published on: 29 June 2020, 08:43 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now