देश में सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए हर दिन कोई न कोई नया कदम उठाती रहती है. उनकी कोशिश यह रहती है कि किसान केवल पारंपरिक खेती पर ही निर्भर ना रहें. बल्कि वह उन खेती पर भी ध्यान दें. जिससे उनकी कमाई में इजाफा हो सके. फिलहाल, हरियाणा सरकार ने अपने राज्य के लोगों के लिए एक नई योजना का ऐलान किया है. इससे हरियाणावासियों को बड़ा लाभ मिलेगा. दरअसल, हरियाणा सरकार ने बागवानी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए पौधों पर बड़ी सब्सिडी देने की घोषणा की है. तो आइए, इसके बारे में विस्तार से जानें.
फलदार पौधों के हिसाब से मिलेगी सब्सिडी
हरियाणा सरकार एक एकड़ में बागवानी करने के लिए किसानों को 50-70 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है. अनुदान की राशि 25,500 से लेकर 1.40 लाख रुपये तक होगी. सरकारी अधिसूचना के अनुसार,सब्सिडी फलदार पौधों के हिसाब से दी जाएगी. वहीं,अनुदान का पूरा पैसा तीन सालों में मिलेगा. बता दें कि राज्य सरकार की तरफ से यह कदम बाग क्षेत्रों के विस्तार को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
मदद के लिए कुछ जरूरी सुझाव
हरियाणा सरकार ने बाग लगाने से संबंधित मदद के लिए कुछ जरूरी सुझाव भी दिए हैं. जैसे कि जिस जमीन में बाग लगाई जाएगी,वहां गहरी जल निकासी वाली दोमट उपजाऊ भूमि होनी चाहिए. इसके अलावा,जमीन के दो फिट अंदर तक मजबूत मिट्टी नहीं होनी चाहिए. बाग लगाने से पहले मिट्टी का जांच करना जरूरी है. इसके लिए अलग-अलग जगहों से 15 सेंटीमीटर, 15-30 सेंटीमीटर, 30-60 सेंटीमीटर, 60-90 सेंटीमेटर, 90-120 सेंटीमीटर, 120 से 150 सेंटीमीटर और 150-200 सेंटीमीटर तक अंदर के सैंपल निकालकर टेस्ट कराएं. इसके अलावा,मिट्टी निकालते वक्त जमीन से मिले कंकड़-पत्थर का भी नमूना रखें. उनका भी परीक्षण अनिवार्य है. मिट्टी के सभी नमूनों को अच्छी तरह से अलग-अलग थैली में रखना है. इनका टेस्ट किसी भी सरकारी प्रयोगशाला में कराया जा सकता है.
मौसम के हिसाब से बाग लगाने का सही समय जनवरी-फरवरी के अलावा अगस्त से अक्टूबर तक होता है. बाग लगाने के लिए जमीन को ठीक से तैयार करना अनिवार्य है. जिस जमीन में बाग लगानी है,वहां मशीन से गड्ढे खोदने होंगे. वह तीन फीट लंबे व तीन फीट चौड़े होने चाहिए. इसके अलावा गड्ढा खोदते समय जमीन में नमी होना जरूरी है. वहीं,पौधा लगाने से पहले गड्ढे में पानी दें ताकि मिट्टी ठीक से बैठ जाए. इसके बाद,नियमित रूप से उन पौधों का ध्यान भी रखना होगा.
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