Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 20 March, 2022 12:00 AM IST

आज के समय मैं पॉलीहाउस (Polyhouse) लगाना बहुत जरूरी हो गया है क्योंकि बदलते जलवायु के कारण फसलों की पैदावार (Effect of Climate Change on Agriculture) ढंग से नहीं हो पाती है और किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है. ऐसे में आज हम आपको ग्रीनहाउस पर मिलने वाली सबसे बेहतर अनुदान (Greenhouse/Polyhouse Subsidy in India) के बारे में बताने जा रहे हैं. 

भारत में ग्रीनहाउस के लिए दो प्रकार की सरकारी सब्सिडी (Two types of government subsidies for greenhouses in India)

पॉलीहाउस के लिए राज्य सरकार की सब्सिडी योजना (State Government Subsidy Scheme for Polyhouse): पहली जो राज्य सरकारें उपलब्ध करवाती हैं. जैसे हरियाणा सरकार राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) के माध्यम से 65% सब्सिडी प्रदान करती है. वहीं पंजाब सरकार 50% और हिमाचल सरकार 80-85% सब्सिडी प्रदान कर रही है. बदले में राज्य सरकारों को केंद्र सरकार से लगभग 50% सब्सिडी मिलती है.

पॉलीहाउस के लिए केंद्र सरकार की सब्सिडी योजना (Central Government Subsidy Scheme for Polyhouse): इसके अतिरिक्त दूसरी सब्सिडी केंद्र सरकार की तरफ से दी जाती है. जिसमें राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) के माध्यम से कुल परियोजना पर 50% की दर से अनुदान प्रदान किया जाता है साथ ही इस परियोजना में पोस्ट हार्वेस्ट प्रबंधन सहित आवश्यक सभी सहायक घटक शामिल हैं.

राज्य ग्रीनहाउस सब्सिडी कैसे प्राप्त करें (How to Get a State Greenhouse Subsidy)

  • इसके अतिरिक्त, प्रत्येक राज्य की अपनी योजना (NHM) राज्य बागवानी मिशन है.

  • इसमें एनएचएम द्वारा प्रदान किए गए 50% पर राज्य सरकार की नीति के आधार पर 15% - 40% या उससे अधिक की टॉप-अप सब्सिडी प्रदान की जा सकती है.

  • राज्यवार कुल सब्सिडी 50% से 90% के बीच है.

  • इसलिए, पॉलीहाउस की खेती के लिए जाने वाले किसान के लिए इनपुट लागत कम और सस्ती है.

उत्तर-भारतीय राज्यों में सब्सिडी की दरें भिन्न होती हैं क्योंकि हरियाणा और गुजरात राज्य 65% सब्सिडी प्रदान करते हैं, जबकि उत्तर प्रदेश और पंजाब कुल लागत पर 50% सब्सिडी प्रदान करते हैं.

हिमाचल प्रदेश कम से कम 3-5 साल के पॉलीहाउस निर्माण या प्राकृतिक आपदाओं के कारण क्षतिग्रस्त होने के बाद पॉलीशीट के प्रतिस्थापन के लिए 85% और 70% सब्सिडी देता है. यह योजना कृषि और बागवानी विभाग द्वारा लागू की गई थी.

सरकारी ग्रीनहाउस सब्सिडी कैसे प्राप्त करें (How to Get a Central Government Greenhouse Subsidy)

  • खेती देश में आर्थिक गतिविधियों में योगदान देने वाला सबसे बड़ा निजी क्षेत्र है.

  • इसलिए, राज्य सरकार द्वारा अब पॉलीहाउस खेती को बागवानी फसलों के साथ-साथ बढ़ावा दिया जा रहा है.

  • एमआईडीएच (HIDH) दिशा-निर्देशों के तहत ग्रीन हाउस, शेड नेट हाउस, प्लास्टिक मल्चिंग और प्लास्टिक टनल, एंटी-बर्ड / ओला नेट के निर्माण जैसी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है.

राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) और राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) एमआईडीएच दिशानिर्देशों के तहत किसान को सब्सिडी प्रदान करते हैं. राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड (NHB) प्रति लाभार्थी 112 लाख की अधिकतम सीमा की परियोजना लागत पर 50% सब्सिडी प्रदान करता है और राष्ट्रीय बागवानी मिशन (NHM) जो सरकार की एक मिशन योजना है, जो परियोजना लागत का 50% की सब्सिडी प्रदान करता है.

English Summary: Get up to 85% subsidy on polyhouse, apply online
Published on: 20 March 2022, 11:41 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now