Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 25 June, 2022 12:00 AM IST
किसानों को मिलेंगे 4000 रुपये

देश के किसानों की मदद के लिए सरकार हमेशा उनके साथ खड़ी रहती है. जिससे किसानों की आर्थिक रूप से मदद हो सके. इसके लिए राज्य सरकार अपने-अपने स्तर पर कई बेहतरीन योजनाएं भी बनाती रहती है. इन्हीं में से एक फसल विविधीकरण योजना (Crop Diversification Scheme) है. जिसमें किसानों को आर्थिक रुप से मदद दी जाती है.

दरअसल, हरियाणा सरकार फसल विविधीकरण योजना के तहत किसानों को लाभ पहुंचा रही है. इस योजना के तहत अब दलहन-तिलहन की फसलों (pulses and oilseeds crops) को बढ़ावा दिया जाएगा. फिलहाल के लिए हरियाणा सरकार दक्षिण हरियाणा के सात जिलों भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, हिसार व नूंह में इस योजना का लाभ दे रही है.

आपको बता दें कि सरकार किसानों को बाजरा की बुवाई (sowing of millet) छोड़ने पर करीब 4 हजार रुपए प्रति एकड़ वित्तीय सहायता (financial help) देगी. इस योजना के तहत जिलों में लगभग 1 एकड़ क्षेत्र में दलहन व तिलहन फसलों की बुवाई करने का लक्ष्य तय किया है. 

किन-किन फसलों पर मिलेगी राशि (Which crops will get the amount)

किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा का कहना है कि केंद्र सरकार की तरफ से तिलहन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की हैं. जिसका लाभ किसानों को मिल रहा है. बता दें कि इस योजना के अंतर्गत दलहन फसलों में मूंग, अरहर व उड़द, तिलहन फसलों में अरंड, मूंगफली व तिल आदि को शामिल किया गया है.

किसानों को मिल रही आधुनिक तकनीक की जानकारी

राज्य के कई जिलों में विभाग के द्वारा दलहन व तिलहन फसल क्षेत्र को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है और साथ ही विभाग की तरफ से किसान भाइयों को फसलों की नई किस्में व आधुनिक तकनीक की विस्तार से जानकारी दी जा रही है. तिलहन फसल को बढ़ावा देने का मुख्य कारण सरकार का यह है कि किसान अगर अपने खेत में तिलहन फसलों को उगाता है, तो इसे देशभर में खाद्य तेल की कमी को सरलता से पूरा किया जा सकता है.

ऐसे करें योजना के लिए पंजीकरण (How to register for the scheme)

अगर आप भी तिलहन फसल के लिए सरकार की फसल विविधीकरण योजना से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पंजीकरण करना होगा. आपके फॉर्म के सत्यापन के बाद योजना की राशि आपके खाते में डिजिटलकरण के माध्यम से ट्रांसफर कर दी जाएगी.

English Summary: Farmers will get Rs 4000 per acre for not sowing millet
Published on: 25 June 2022, 05:06 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now