डेयरी व पशुपालन किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाती है. केंद्रीय मत्स्य पालन व पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के द्वारा देश में वैज्ञानिक तकनीक से देसी पशुओं की उत्पादकता बढ़ाने वाले डेयरी किसानों को अलग-अलग श्रेणियों में 2 लाख से 5 लाख रुपए का पुरस्कार दिया जाता है.
इसके लिए प्रति वर्ष गोपाल रत्न अवार्ड का आयोजन किया जाता है और किसानों से इसके लिए आवेदन मांगे जाते हैं. यह पुरुस्कार हर साल राष्ट्रीय दुग्ध दिवस यानि 26 नवंबर के अवसर पर दिया जाता है. अभी प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदन प्रकिया खत्म हो गई है. लेकिन इस साल आवेदन न कर पाने वाले किसानभाई परेशान न हो, आप अगले साल प्रतियोगिता में भाग लेकर इनाम जीत सकते हैं. इस लेख में हम आपको गोपाल रत्न अवार्ड के बारे में सारी जानकारियां दे रहे हैं.
क्या है गोपाल रत्न अवार्ड-
गोपाल रत्न पुरस्कार डेयरी किसान के अलावा पशु पालन से सम्बंधित किसानों को दिया जाता है. इसके तहत पहले विजेता पशुपालक को 5 लाख रुपए दिए जाते हैं. दूसरे विजेता पशुपालक को 3 लाख रुपए मिलते हैं. जबकि तीसरे विजेता को 2 लाख रुपए दिए जाते हैं. इसके अलावा योग्यता का प्रमाण पत्र, एक स्मृति चिन्ह भी प्रत्येक श्रेणी के किसान को दिया जाएगा.
तीन श्रेणियों में मिलता है गोपाल रत्न पुरुस्कार-
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पहला वर्ग जिसमें सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (देशी गाय/ भैंस की नस्लों को पालने वाले) शामिल होते हैं.
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दूसरा वर्ग जिसमें सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) शामिल होते हैं
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तीसरा वर्ग जिसमें सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन शामिल होते हैं. प्रत्येक वर्ग में तीन श्रेणी में 9 लोगों को यह पुरस्कार दिया जाता है.
कौन कर सकता है अप्लाई-
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वर्ग एक (सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान) के लिए गोपशु की मान्यता प्राप्त 50 नस्लों और भैंसों की 17 नस्लों में से किसी भी देशी नस्ल का पालन करने वाले किसान, पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे.
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दूसरे वर्ग (कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन) के लिए राज्यों/ संघ राज्य क्षेत्रों के पशुधन विकास बोर्डों/ राज्य/ दुध परिसंघों / गैर सरकारी संगठनों और अन्य निजी संगठनों के कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन, जिन्होंने न्यूनतम 90 दिनों का कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन प्रशिक्षण प्राप्त किया है, वे पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे.
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तीसरे वर्ग (डेयरी सहकारी समिति/ दुग्ध उत्पादक कंपनी/ डेयरी किसान उत्पादक संगठन) में कंपनियां जो सहकारी अधिनियम / कंपनी अधिनियम के तहत पंजीकृत हैं और प्रतिदिन कम से कम 100 लीटर दूध एकत्र करती हैं और जिसमें कम से कम 50 किसान सदस्य हैं.
कैसे करें आवेदन-
इस प्रतियोगिता के लिए सरकार ऑनलाइन तरीके से आवेदन आमंत्रित करती है. आवेदन तारीखों की घोषणा होने के बाद आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर फार्म भर सकते हैं. या केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए नजदीकी पशुपालन और डेयरी विभाग के कार्यालय में जाकर संपर्क करें. वेबसाइट पर प्राप्त आवेदनों की जांच के बाद प्रत्येक श्रेणी में किसानों को छांटा जाता है फिर पुरुस्कार घोषणा की जाती है.