आधुनिक कृषि के लिए कृषि यंत्रों का होना बेहद जरूरी है. यह किसानों के श्रम को कम करके उत्पादकता में वृद्धि करता है, लेकिन जिन किसानों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है, वह महंगे कृषि यंत्रों में निवेश नहीं कर सकते हैं. इसी के मद्देनजर केंद्र व राज्य सरकार की ओर से समय – समय पर कृषि यंत्रों पर सब्सिडी दी जाती है. इसी क्रम में लघु एंव सीमांत किसान आधुनिक कृषि यंत्रों को खरीद सकें इसके लिए राज्य सरकार सब्सिडी मुहैया करा रही है.
किसानों ग्रुपों को मिलेगा 80% अनुदान (Farmers groups will get 80% grant)
दरअसल मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. सुरजीत सिंह वालिया ने बताया कि किसानों को पराली नहीं जलाने की जागरूकता के उद्देश्य से पंजाब सरकार द्वारा पराली को संभालने वाली कृषि मशीनें सब्सिडी पर मुहैया कराई जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा सहकारी सभाओं, रजिस्टर्ड किसान ग्रुपों, ग्राम पंचायतों, किसानों की रजिस्टर्ड सोसायटियों, फार्मर प्रोड्यूसर संस्थाओं को 80% और निजी किसानों को 50% दी जाएगी.
किसानों को इन कृषि यंत्रों पर मिलेगा अनुदान (Farmers will get grant on these agricultural implements)
बता दें, कि किसानों को सब्सिडी पर मिलने वाले मशीनों में पराली को खेत में ही मिलाने के लिए सहायक कृषि मशीनें, सुपर एसएमएस, हैप्पी सीडर, पैडी स्ट्रा चौपर, शरैडर, मलचर, हाईड्रोलिक रिवरसीबल एमबी प्लो, जीरो टिल ड्रिल, सुपर सीडर और खेतों से पराली बाहर निकालने वाली मशीनें जैसे कि बेलर, रेक, क्राप रीपर आदि शामिल हैं.
कृषि मशीनरी के लिए कैसे करें आवेदन (How to apply for agricultural machinery)
अगर कोई किसान कृषि यंत्रों पर सब्सिडी के लिए आवेदन करना चाहता है तो वह सीएससी (Common Service Center) पर जाकर https://register.csc.gov.in/ पर आवेदन कर सकता है. इसके अलावा फतेहगढ़ साहिब में स्थित कृषि विभाग से संपर्क कर सकते हैं.
किसान ग्रुपों को 80% और किसानों को 50% मशीनरी पर मिला अनुदान (Farmers groups got 80% and farmers got 50% on machinery)
कृषि और किसान भलाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के द्वारा प्रतिदिन कृषि मशीनों की वेरीफिकेशन की जा रही है, ताकि सब्सिडी को किसानों के खाते में जल्द से जल्द भेजा जा सके. फतेहगढ़ साहिब जिले में निजी किसानों ने कुल 162 सुपर सीडर, दो हैप्पी सीडर, 13 मलचर, 14 हाईड्रोलिक रिवरसीबल एमबी प्लो, 97 सुपर एसएमएस खरीदे हैं, जिन्हें 50 फीसद सब्सिडी, 37 कस्टम हायरिग सेंटरों (Custom hiring centers) और दो ग्राम पंचायतों को 80 फीसद सब्सिडी दी जाएगी.