भारत कृषि प्रधान देश है. अपने देश के लगभग 70 प्रतिशत आबादी प्रत्यक्ष अथवा परोक्ष रूप से कृषि अथवा खेती से सबंधित कार्य जैसे पशुपालन, मतस्यपालन, और कुटकुट पालन से जुड़ी हुई हैं. खेती-किसानी में उपयोग किए जाने वाले साधनों का अपना-अपना महत्वपूर्ण स्थान है.
खेती में सिंचाई का बहुत ही अहम स्थान है यदि किसानों के पास सिंचाई की उत्तम सुविधा न हो तो किसान शायद ही कोई फसल का अच्छे से उत्पादन कर पाए. यही कारण केंद्र और राज्य सरकार किसानों के लिए हमेशा कुछ न कुछ योजनाए लाती रहती हैं. मौजूदा समय की बात करें तो किसानों के खरीफ फसलों के तैयारी का समय हो गया हैं. खरीफ के फसलों में अन्य फसलों ( रबी और जायद) की तुलना में पानी की अधिक आवश्कता पड़ता हैं.
यही कारण है कि किसान पहले से सिंचाई के लिए पानी के बंदोबस्त करने लगते है. हालांकी मौसम विभाग के अनुसार 30 मई तक मानसून आने की सम्भावना है. इस बार मध्य प्रदेश का सिंचाई विभाग में पम्प पम्प कनेक्शन के नियमों में बदलाव किया है.
बता दें अभी किसानों को सिंचाई के लिए बिजली कनेक्शन या कृषि पम्प कनेक्शन के ऑफलाइन आवेदन करना पड़ता था लेकिन अब इसे ऑनलाइन कर दिया है जिसे किसान स्वयं फार्म भरकर नया कनेक्शन ले सकता है. ऐसा करने के पीछे सिंचाई विभाग का मानना है की पहले जब किसान पम्प कनेक्शन के लिए ऑफलाइन आवेदन करते थे तब उन्हें मुश्किलों का समाना करना पड़ता था. मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तरफ से एक निर्देश जारी किया गया है कि अगले महीनें जून से केवल सिंचाई के लिए बिजली कनेक्शन या कृषि पम्प कनेक्शन के लिए ऑनलाइन आवेदन ही मान्य होंगे.
किसानों को नए कनेक्शन के लिए UPAY App डाउनलोड करके ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसके अलावां किसान https://portal.mpcz.in/web/ पर विजिट करके ऑनलाइन आवेदन की जानकारी ले सकते हैं.
किसान भाई आवेदन करने के लिए इस लिंक पर विजिट करें:-https://sankalp.mpcz.in/NSC/registration/form