कोरोना काल के दौरान दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने मजदूरों (Laborers) के लिए कई योजनाएं लागू की हैं, ताकि उनकी जीविका पर किसी तरह का संकट न छाए. इसी बीच दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने एक बार फिर मजदूरों बड़ा तोहफा दिया है. दरअसल, दिल्ली सरकार (Delhi Government) ने मजदूरों की आर्थिक सहायता करने वाली योजना को एक बार फिर दोहराया है. इस योजना के तहत रजिस्टर्ड मजदूरों को 2 हज़ार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक का लाभ दिया जाएगा. खास बात यह है कि इस योजना के तहत मजदूरों के बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी तक के लिए पैसा दिया जा रहा है. यह योजना मजदूर के बुरे वक्त में भी बहुत काम की साबित हो सकती है.
इतना ही नहीं, इस योजना में सिर्फ सिर पर ईट ढोने वाला ही मजदूर ही शामिल नहीं होंगे, बल्कि इस योजना में 20 से ज़्यादा मजदूर वर्ग को शामिल किया गया है. इसके साथ ही अब मजदूरों को रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लेबर डिपार्टमेंट (Labor Department) के चक्कर भी नहीं काटने पड़ेंगे, क्योंकि उनका रजिस्ट्रेश सिर्फ एक फोन कॉल के जरिए घर बैठे हो जाएगा.
योजना की कैटेगिरी में कौनसे मजदूर आएंगे ?(Who can get benefit of this scheme)
दिल्ली सरकार के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की मानें, तो कानून के तहत कंस्ट्रक्शन लेबर की परिभाषा काफी बड़ी होती है. इस कानून के तहत लेबर, कुली, बेलदार, कंक्रीट मिक्सर, राजमिस्त्री, मिस्त्री, मसाला बनाने वाले, टाइल्स, चूना पोताई सफेदी, स्टोन फीटर, पेंटर और पीओपी मजदूर आते हैं. मनीष सिसोदिया का कहना है कि किसी भी निर्माण स्थल पर काम करने वाले बिजली मिस्त्री, फिटरमैन, चौकीदार, प्लंबर, कारपेंटर, बढ़ई, लोहार, शटरिंग मिस्त्री, माली, लेबर, पंप आपरेटर, बार बाइंडर और क्रेन आपरेटर आदि को भी कंस्ट्रक्शन लेबर की श्रेणी में रखा गया है. उनका कहना है कि कंस्ट्रक्शन लेबर सिर्फ वह नहीं है, जो माथे पर ईंटें उठाकर चलता है.
मजदूरों को क्या मिलेंगी सुविधाएं ? (facilities for labourers)
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अपनी या बेटे-बेटी की शादी के लिए 35 से 51 हजार रुपए दिया जाएगा
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स्वास्थ्य के लिए 2 से 10 हजार तक रुपए
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मातृत्व लाभ के तौर पर 30 हजार रुपए की राशि दी जाएगी
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मजदूर को 60 साल की उम्र में 3 हजार रुपए मासिक दी जाएगी
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दुर्घटना में मृत्यु होने पर 2 लाख रुपए दिए जाएंगे
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सामान्य मृत्यु होने पर 1 लाख रुपए
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अंतिम संस्कार के लिए 10 हजार रुपए
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विकलांगता की स्थिति में 1 लाख रुपए मिलेगा
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श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा के लिए 500 से 10 हजार रुपए तक की मासिक छात्रवृति दी जाएगी
जानकारी के लिए बता दें कि इस योजना का लाभ सभी श्रेणियों के श्रमिकों को दिया जा रहा है. अनुमान है कि दिल्ली में लगभग 10 लाख कंस्ट्रक्शन लेबर है, लेकिन अभी तक लगभग 1 लाख 11 हजार मजदूरों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है. ऐसे में सराकार ने सभी श्रमिकों के पंजीयन और नियमित नवीकरण के जरिए योजनाओं का लाभ देने का कदम उठाया है.
ऐसे होगा घर बैठे रजिस्ट्रेशन
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सबसे पहले 1076 नंबर पर जानकारी देना होगा.
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इसके बाद दिल्ली सरकार की डोरस्टेप डिलेवरी टीम का सदस्य निर्माण मजदूर के घर आएगा और योजना से संबंधत दस्तावेज लेकर फार्म भर देगा. इसके साथ ही दस्तावेजों और मजदूर की फोटो को ऑनलाइन अपलोड कर देगा.
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इस ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद आवेदन को स्वीकृति मिल जाएगी.
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निर्माण मजदूर अपना प्रमाणपत्र इंटरनेट से डाउनलोड कर सकता है. इसके अलावा 4 से 5 दिन में प्रमाणपत्र घर भेज दिया जाएगा.