PM-KISAN: पीएम मोदी ने जारी की 20वीं किस्त, 9.7 करोड़ किसानों को मिले ₹20,500 करोड़ - ऐसे करें अपना स्टेटस चेक Success Story: गेंदा फूल की जैविक खेती से किसान कमा रहा लाखों, सालाना आमदनी 30 लाख रुपये से ज्यादा! 8 अगस्त तक दिल्ली, यूपी और राजस्थान समेत इन राज्यों में होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 4 August, 2025 12:00 AM IST
Goat Farming Scheme

Goat Farming Subsidy Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और पशुपालकों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एक अत्यंत महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है. यह योजना ‘राष्ट्रीय पशुधन मिशन’ के अंतर्गत लागू की गई है, जिसके तहत बकरी पालन व्यवसाय को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में पशुपालन के माध्यम से रोजगार के नए अवसर सृजित करना है.

क्या है योजना का लाभ?

इस योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को 1 करोड़ रुपये तक का रियायती ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है. साथ ही, बकरी पालन यूनिट की कुल लागत पर 50% तक की सब्सिडी भी दी जा सकती है. यह विशेष सहायता उन व्यक्तियों को दी जाएगी जो 100 से 500 बकरियों की यूनिट स्थापित करना चाहते हैं. इस पहल के माध्यम से सरकार न केवल पशुपालकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना चाहती है, बल्कि उन्हें आधुनिक पशुपालन तकनीकों से भी जोड़ने की कोशिश कर रही है.

ऋण और सब्सिडी का विवरण:

  • ऋण राशि: ₹20 लाख से लेकर ₹1 करोड़ तक

  • सरकारी सब्सिडी: कुल लागत पर अधिकतम 50%

  • लाभार्थियों को प्राथमिकता: महिला उद्यमी, अनुसूचित जाति/जनजाति के लोग, तथा लघु एवं सीमांत किसान

आवेदन की मुख्य शर्तें:

जो इच्छुक व्यक्ति इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, उन्हें निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना आवश्यक है:

  1. उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है.

  2. आवेदक को बकरी पालन का पूर्व प्रशिक्षण प्राप्त होना चाहिए.

  3. फार्म की स्थापना के लिए पर्याप्त भूमि, पानी और अन्य बुनियादी संसाधनों की व्यवस्था आवश्यक है.

  4. योजना के लिए डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाना जरूरी है.

  5. पशुपालन विभाग से प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा.

व्यक्तिगत और सामूहिक आवेदन दोनों स्वीकार्य:

इस योजना के अंतर्गत आवेदन व्यक्तिगत रूप से, स्वयं सहायता समूहों (SHG) के माध्यम से, या सहकारी संस्थाओं द्वारा भी किया जा सकता है. इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि समाज के अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़कर इसका लाभ प्राप्त कर सकें.

क्यों है यह योजना खास?

  • यह योजना रोजगार सृजन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है.

  • स्वरोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ यह योजना कृषि आधारित आय के विविधीकरण को भी प्रोत्साहित करती है.

  • बकरी पालन एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें निवेश की तुलना में लाभ की संभावना अधिक होती है, और यह महिलाओं व युवाओं के लिए विशेष रूप से उपयुक्त है.

नोट: यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो निकटतम पशुपालन विभाग या जिला कृषि कार्यालय से संपर्क करें. साथ ही, योजना से संबंधित सभी दस्तावेज और प्रशिक्षण पहले से तैयार रखें, ताकि आवेदन प्रक्रिया में कोई बाधा न आए.

English Summary: UP Goat Farming Scheme get loan up to Rs 1 crore and subsidy up to 50 percent
Published on: 04 August 2025, 06:17 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now