Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 6 December, 2021 12:00 AM IST
Agriculture

हिमाचल प्रदेश एक पहाड़ी इलाका है, जहां जंगली जानवरों का आना-जाना अक्सर बना रहता है. इससे किसानों के लिए खेती में काफी नुकसान होता है. किसानों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना संचालित की है.

इसके तहत किसानों को सौर ऊर्जा चालित बाड़ लगाने के लिए सब्सिडी प्रदान की जाती है. इस योजना के प्रति किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है.

4669 हेक्टेयर बंजर भूमि में लहलहा रही फसलें (Crops Growing In 4669 Hectares Of Barren Land)

आपको बता दें कि इस योजना के तहत राज्य में अब तक 4669 हेक्टेयर बंजर भूमि  (Barren Land ) में फसलें उगाकर सफलता हासिल की है. ऐसे में यह योजना किसानों के लिए वरदान (Scheme Boon For Farmers) साबित हो रही है. बेसहारा व जंगली जानवरों के प्रकोप से खेती से किनारा कर रहे किसान फिर से खेतों की ओर रुख कर रहे हैं. इतना ही नहीं, इस योजना से किसानों को अपनी फसलों की पूरी सुरक्षा मिल रही है. 

क्या है मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना (What Is Chief Minister's Farm Protection Scheme)

इस योजना के तहत किसानों को जंगली और आवारा जानवरों से सुरक्षा (Protection From Wild And Stray Animals ) हेतु उनके खेतों में सौर ऊर्जा चालित बाड़ लगाने के लिए सब्सिडी दी जाती  है. इसमें व्यक्तिगत स्तर पर सौर ऊर्जा बाड़ लगाने के लिए 80 फीसद और समूह आधारित बाड़ के लिए 85 फीसद सब्सिडी दी जाती है. वहीं, दूसरी तरफ प्रदेश सरकार ने किसानों की मांग को देखते हुए कांटेदार तार अथवा चेनल बाड़ लगाने के लिए 50 फीसद उपदान और कम्पोजिट बाड़ लगाने के लिए 70 फीसद उपदान की सुविधा दी जाती है.

इस खबर को भी पढ़ें - तारबंदी योजना पर सरकार दे रही 50% तक अनुदान, जानिए कैसे करें आवेदन

जरुरी दस्तावेज (Required Documents)

इस योजना में आवेदन करने के लिए लाभार्थी को अपनी भूमि से संबंधित राजस्व दस्तावेज संलग्न करने होंगे जैसे आधार कार्ड, भूमि कागजात, खसरा खतोनी, पैन कार्ड आदि.

ऐसे करें आवेदन (Apply Like This)

अगर आप हिमाचल प्रदेश के निवासी है, तो आप मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना में आवेदन  कर सकते हैं.  इसके लिए आपको नजदीक के कृषि प्रसार अधिकारी, कृषि विकास अधिकारी अथवा विषयवाद विशेषज्ञ (एसएमएस) और कृषि उपनिदेशक संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा  विभाग के वृत्त, विकास खंड एवं जिला स्तरीय कार्यालयों में आवेदन फार्म उपलब्ध रहते हैं. वहां से भी आवेदन पत्र प्राप्त कर भर सकते हैं.

English Summary: chief minister farm protection scheme became a boon for the farmers of himachal
Published on: 06 December 2021, 04:54 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now