बिहार में हरियाली बढ़ाने के लिए एक अनोखा प्रयास किया जा रहा है. जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण विभाग की योजना के अनुसार हरियाली बढ़ाने के साथ-साथ किसानों की आमदनी भी बढ़ाने की प्लानिंग है.
क्या है हरियाली योजना और कैसे होगा दोहरा लाभ
बिहार में हरियाली (Greenery) बढ़ाने के लिए योजना (Planing) के अंतर्गत किसानों को 10 रुपये प्रति पौधे के हिसाब से राशि दी जाएगी. किसानों को जो पौधे दिए जाएंगे उनमें से यदि 50 प्रतिशत पौधे बच जाते हैं यानि पनप जाते हैं तो एक पेड़ (Tree) के हिसाब से उन्हें 60 रुपये अलग से दिए जाएंगे.
कैसे मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को apply करना होगा. जिसमें किसान अपने एड्रेस समेत पूरी डिटेल देंगे. किसानों को पौधा लगाने की पूरी डिटेल के साथ जमीन का खसरा—खाता, रकबा, रसीद नंबर (Khasra-account, acreage, receipt number) आदि देनी होगी.
यह भी बताना होगा कि वे कितने पौध लगाने के इच्छुक है. आवेदन फार्म को भरकर 30 जून तक अप्लाई (Apply) कर सकते हैं. योजना का लाभ लेने के लिए किसान वन (Forest officer ) अधिकारी से संपर्क कर सकते है. उसके बाद आवेदन जमा करा सकते है.
जागरूकता अभियान का हिस्सा है यह योजना
प्रशासन (Administration) पर्यावरण को सुरक्षित बनाए रखने के लिए लक्ष्य निर्धारित कर चुका है. साथ ही जागरुकता (Awareness) लाने के लिए भी अभियान चला रहा है. इसके लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय (Forest ministry) प्राकृतिक सौंदर्य और स्वास्थ्य संवर्धन के लिए हरियाली बढ़ाने पर जोर दे रहा है.
ये भी पढ़ें: UP Khet-Talab Yojana: 50% सब्सिडी पर बनवाये तालाब, खेती के साथ बढ़ेगा मछली पालन का रोजगार
हरित भारत राष्ट्रीय मिशन (Green India National Mission) के तहत हरियाली बढ़ाने के साथ—साथ वन्य जीवों के संरक्षण पर भी कार्य किया जा रहा है. इस अभियान के तहत 6 लाख हेक्टेयर वन बनाने का लक्ष्य है.
उदेश के 33 क्षेत्रों में इस योजना के तहत वन और पेड़ों को बढ़ाने का टारगेट है. बिहार (Bihar) में साल 2012 में हरियाली मिशन (Hariyali Mission) शुरू किया गया था. इसके तहत 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया. इनमें से करीब 22 करोड़ पेड़ लगाए गए है.