Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 22 April, 2020 12:00 AM IST

लॉकडाउन के कारण बिहार राज्य में अचानक लाखों मजदूरों की वापसी हुई है. रोजगार की तलाश में बाहरी राज्यों में गए ये लोग काम न मिलने के कारण अब वापस बिहार आ चुके हैं. आंकड़ों की माने तो कोरोना के कहर ने कुल 15 लाख से भी अधिक मजदूरों, छोटे व्यापारियों एवं पेशेवर लोगों की आजिविका छिन ली है. ऐसे में आने वाले दिनों में सरकार को भीषण बेरोजगारी की समस्या सताने लगी है.

यही कारण है कि बाहर से आए प्रवासी मजदूरों एवं लोगों को काम देने के लिए सरकार बड़ा फैसला लेने जा रही है. ऐसे लोगों को सरकार के कई योजनाओं से जोड़कर रोजगार दिया जाएगा. चलिए आपको बताते हैं कि किन-किन योजनाओं के अंतर्गत लोगों को काम देने की नीति बनाई जा रही है. 

लेबर ओरिएंटेड योजना

लॉकडाउन को देखते हुए बिहार सरकार ने कई लेबर ओरिएंटेडयोजनाओं को चलाने का फैसला किया है. इसके अंतर्गत लोगों को जल जीवन हरियाली, हर घरनल का जल, सिंचाई बांध मरम्मत आदि योजनाओं से जोड़कर काम दिया जाएगा. इस बारे में सभी विभागों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं.

बाढ़ प्रबंधन और बाहरी मजदूर

लोगों को मदद एवं रोजगार देने के लिए जल संसाधन विभाग कई योजनाएं चलाने वाली है. आपको पता ही है कि बिहार राज्य आम तौर पर बाढ़ से पीड़ित रहता है. अगले एक महीने के बाद बरसात शुरू होने की संभावना है, ऐसे में बाढ़ प्रबंधन के लिए मानव संसाधनों की जरूरत पड़ेगी. लोगों को नदियों से जुड़े बांधों की मरम्मत एवं रखरखाव आदि कार्यों से जोड़ा जाएगा. फिलहाल बांध प्रबंधन पर 5 हजार से अधिक लोग कार्य कर रहे हैं. 

जल जीवन हरियाली

जल जीवन विभाग के पास मजदूरों के लिए बहुत काम है. ऐसे में लॉकडाउन को देखते हुए विभाग रोजगार का पिटारा खोलने जा रही है. बता दें कि विभाग के अंतर्गत 17 जिलों में 4055 आहर-पइन चिन्हितकिए गए हैं. वहीं बिहार केअलग-अलग जिलों में 1123 तालाबोंपर भी बहुत काम किया जाना बाकि है. ऐसे में यहां मजदूरों की जरूरत अधिक से अधिक पड़ने वाली है.

कृषि क्षेत्र में भी मजदूरों की मांग

जल जीवन विभाग के पास मजदूरों के लिए बहुत काम है. ऐसे में लॉकडाउन को देखते हुए विभाग रोजगार का पिटारा खोलने जा रही है. बता दें कि विभाग के अंतर्गत 17 जिलों में 4055 आहर-पइन चिन्हितकिए गए हैं. वहीं बिहार केअलग-अलग जिलों में 1123 तालाबोंपर भी बहुत काम किया जाना बाकि है. ऐसे में यहां मजदूरों की जरूरत अधिक से अधिक पड़ने वाली है.

कृषि क्षेत्र में भी मजदूरों की मांग

रोजगार की समस्या को देखते हुए कृषि एवं बागवानी विभाग भी लोगों को काम देने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए कार्यों की लिस्ट बना ली गई है.

English Summary: bihar government will provide work to daily workers and unemployed person under several schemes
Published on: 22 April 2020, 01:54 IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now