हमारे देश में ज्यादातर लोग खेती-किसानी (Farming) से अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश के किसान भाइयों को अच्छी फसल पाने के लिए कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. पहले के समय में किसानों को खेती के लिए अधिक उपकरणों की जरूरत नहीं पड़ती थी. लेकिन जैसे-जैसे समय बदलता जा रहा है ठीक उसी तरह से किसानों के द्वारा खेती करने के तरीकों में भी बदलाव हो रहा है. इस दौर में किसानों के द्वारा अधिक कमाई के लिए खेतों में आधुनिक खेती (Modern Agriculture) की जा रही है. इसके लिए उन्हें कई तरह के कृषि यंत्रों की जरूरत पड़ती है. लेकिन यह खेती-बाड़ी की मशीनें बाजार में बेहद महंगी आती हैं.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश में कुछ ऐसे भी किसान हैं, जो पैसे की कमी के चलते खेती के लिए आधुनिक कृषि उपकरणों को नहीं खरीद पाते हैं. इन्हीं किसानों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार के छोटे-बड़े कृषि उपकरणों के लिए कई तरह की बेहतरीन योजनाएं चला रखी हैं. ताकि किसान इन योजनाओं में आवेदन करके सरलता से खेती के लिए कृषि मशीनों (Agricultural Machines) को खरीद कर लाभ प्राप्त कर सकें. आज हम आपने इस लेख में सरकार की ऐसी 5 कृषि उपकरणों की बेहतरीन योजनाओं की पूरी जानकारी लेकर आए हैं.
कृषि मशीन की योजनाओं पर एक नजर
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पीएम किसान ट्रैक्टर योजना
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हार्वेस्टर सब्सिडी योजना
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राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशन योजना
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कृषि यंत्र अनुदान योजना
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फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अंतर्गत कृषि यंत्रों पर अनुदान
आइए इन सभी सरकारी योजनाओं के बारे में एक-एक करके विस्तार से जानते हैं...
पीएम किसान ट्रैक्टर योजना (PM Kisan Tractor Scheme) - सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती से अधिक से अधिक आय कमाकर देना है. सरकार ने इस योजना की शुरुआत साल 2022 में की थी, जिसमें किसानों के द्वारा ट्रैक्टर खरीदने पर सरकार 20 से 50 प्रतिशत तक सब्सिडी उपलब्ध करवाती है. अगर आप भी हाल फिलहाल में खेती के लिए ट्रैक्टर (Tractor for Farming) खरीदने वाले हैं, तो आप पीएम किसान ट्रैक्टर योजना में आवेदन कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाकर संपर्क कर सकते हैं. इसके अलावा कई राज्यों में इस योजना के लिए किसानों के आवेदन ऑनलाइन भी स्वीकार किए जाते हैं. अधिक जानकारी के लिए आप इस लिंक पर जा सकते हैं. -
हार्वेस्टर सब्सिडी योजना (Harvester Subsidy Scheme)- जैसा कि आप जानते हैं कि धान-गेहूं कटाई के लिए हार्वेस्टर मशीन की अहम भूमिका होती है. लेकिन यह मशीन बाजार में बेहद उच्च कीमत पर आती है. मिली जानकारी के मुताबिक, भारतीय बाजार में हार्वेस्टर मशीन लगभग 40 लाख रुपए तक है. इतने अधिक दाम होने के चलते कई किसान इसे खरीद नहीं पाते हैं. इसी स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार हार्वेस्टर मशीन (Harvester Machine) पर भारी सब्सिडी देती है.
बता दें कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (National Agriculture Development Plan) के तहत हार्वेस्टर किसानों को करीब 40 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है. ऐसे में हिसाब लगाया जाए तो इस मशीन के लिए सरकार से 15 लाख रुपए से भी अधिक अनुदान दिया जाता है. सरकार की इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको अपने नजदीकी जन सेवा केंद्र में जाना होगा. जहां से आप सरलता से आवेदन कर पाएंगे.
राजस्थान कृषि श्रमिक संबल मिशन योजना (Rajasthan Agricultural Workers Sambal Mission Scheme)-यह योजना राजस्थान के किसानों के लिए राज्य सरकार ने अपने स्तर पर शुरू की ताकि प्रदेश के किसान आत्मनिर्भर बन सकें और खेती से अधिक लाभ कमा सकें. बता दें कि इस योजना के तहत किसानों को प्रदेश में कृषि उपकरण खरीदने के लिए 5 हजार रुपए तक की सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है. अगर आप भी इस योजना में आवेदन करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप नजदीकी कृषि केंद्र में या आधिकारिक कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिंक करें.
कृषि यंत्र अनुदान योजना (Agricultural Machinery Subsidy Scheme) - इस योजना के तहत राज्य सरकार अपने-अपने स्तर पर खेती से जुड़े विभिन्न उपकरणों पर सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध कराती है. हाल ही में राजस्थान सरकार इस योजना के तहत प्रदेश के किसानों को ड्रोन खरीदने के लिए सब्सिडी दे रही है. इसमें राज्य सरकार ने लगभग 4 लाख रुपए तक की सब्सिडी का प्रावधान तय किया है. साथ ही इस योजना के तहत सरकार भूमिहीन श्रमिकों को भी कृषि यंत्र खरीदने के लिए हर एक परिवार को लगभग 5 हजार रुपए तक का अनुदान देती है. इस योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप इस लिंक पर जाएं. इसमें आवेदन प्रक्रिया व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी विस्तार से बताई गई है.
फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अंतर्गत कृषि यंत्रों पर अनुदान- इस योजना में सरकार ने कई तरह के कृषि यंत्रों को शामिल किया है, जिनके नाम कुछ इस प्रकार से है. स्ट्रॉ बेलर, हैप्पी सीडर, पैडी स्ट्रॉ चॉपर, सुपर पैडी स्ट्रा चोपर, मल्चर, रोटरी स्लेशर, शर्ब मास्टर, रिवर्सिबल एमबी प्लो, सुपर सीडर, जीरो टिल सीड कम फर्टिलाइजर ड्रिल, रीपर कम बाइंडर, ट्रैक्टर चालित क्राप रिपर और स्वचालित क्रॉप रिपर आदि कृषि उपकरण हैं. इन सभी यंत्रों पर इस योजना के तहत 50 से 80 प्रतिशत तक सब्सिडी की सुविधा दी जाती है. अगर आप भी इसका लाभ उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको पहले मेरी फसल मेरा ब्योरा (Meri Fasal Mera Byora) पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करना होगा. तभी आप इसका लाभ पा सकते हैं. अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिंक करें.