पॉलीहाउस लगाकर कृषक अपनी आमदनी बढ़ा सकता है. इस तकनीक का प्रयोग कर कृषक एक हैक्टेयर के भी दसवें हिस्से के बराबर पॉलीहाउस बनाकर एक हैक्टेयर की खेती से ह…
चाहे बारिश हो या लू या फिर पाला. फूलों व सब्जियों की फसल को इनसे कोई नुकसान नहीं. इसके लिए पॉली हाउस तकनीक उपयोगी साबित हो रही है. अलीगढ़ जिले के किसा…
अमरूद की मिठास के लिए मशहूर बदायूं के बीजरहित खीरे की धमक दिल्ली तक पहुंच गई है. इस प्रयास के पीछे हैं गोपेश शर्मा, जिन्होंने गुजरात मॉडल के पॉलीहाउस…
कृषि विभाग से रिटायर्ड नाथूराम ढांडी ने खेती में कुछ नवाचार करने का मन बनाया. उनकी पत्नी ऊषारानी भी खेतीबाड़ी की शौकीन थीं. दोनों अपने घर के लिए बगीचे…
पॉली हाउस तकनीक के दम पर महासमुंद जिले के छापोरडीह गांव के 39 वर्षीय किसान गजानंद पटेल अब तक काफी मुनाफा कमा चुकें है। इस तकनीक के जरिए इन्होने 40 एकड़…
वर्तमान में भारत में सिंचाई के पानी की कमी व खुले खेत में सब्जियों की खेती में अधिक लागत के कारण पालीहाउस में खेती करना लाभदायक सिद्ध हो रहा है. साथ ह…
जब से धरती की उत्पति के बाद से मानव जाती ने प्रकृति में अपने आसपास पेड़ पौधों को उगते देखा तो जहाँ उसकी आँखों को यह नजारा अच्छा लगा वहीँ मानव ने कुत्छ…
पॉली हाउस याने की एक ऐसा घर जो "पॉली" से बना हुआ हो. पॉली वह चादर या आवरण है जो की पॉलिथीन शीट जैसी शीट से बना होता है. अगर दूर गांवों की और में जात…
पुणे के इंदापुर तालुका के कादबनवाड़ी गाँव में रहने वाले विजयराव, शिमला मिर्च के एक सफल किसान हैं. उनका गाँव कभी महाराष्ट्र के 300 नदियाँ वाले सूखे गाँ…
नर्सरी एक ऐसा स्थान है जहां पर पौधों को उनके रोपण से पूर्व उचित आकार तक उगाया जाता है. सब्जियों को यदि उनके मौसम से पूर्व या बाद में उगाया जाए तो उत्प…
हिमाचल प्रदेश में जल्द ही पॉली हाउस का मॉडल बदलने वाला है. यहां के कृषि विभाग ने भी इसके लिए तैयारी को शुरू कर दिया है. विभाग को इस बदलाव के लिए सहमति…
सलाद के रूप में अपनी मुख्य पहचान बनाने वाला खीरा अपने मांगों को लेकर सदाबहार है. किसी भी मौसम में ना तो इसकी खेती बंद होती है और ना ही मांग में किसी त…
भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि पृष्ठभूमि से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के लिए निरन्तर प्रयासरत है जिसके लि…
पॉली हाउस खेती में एक ऐसी तकनीक है जिसके माध्यम से ऑफ सीजन में भी सब्जियों तथा फूलों की खेती आसानी से की जाती है. यह तकनीक प्रतिकूल मौसम परिस्थितियों…
पॉली हाउस, ग्रीन हाउस और शेडनेट हाउस के निर्माण के लिए सरकार के द्वारा लगभग 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. इसके अलावा लघु, सीमांत, अनुसूचित जाति व…
पॉली हाउस में खेती के लिए कई उत्पादों की जरूरत पड़ती है. आम तौर पर किसान परेशान रहते हैं कि आखिर किस कंपनी के उत्पादों को लिया जाए, जिससे लंबे समय तक…
बदलते हुए समय के साथ भारत में खेती का स्वरूप बदल रहा है. आज तेजी से लोग पॉली हाउस में संरक्षित खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. हालांकि लोगों में जो उत…
जो किसान पारंपरिक खेती से हटकर कुछ नया करना चाहते हैं वे जरबेरा फूल की खेती करके बेहतर मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि आमतौर पर हमारे देश में अधिकांश…
मौजूदा वक्त में कृषि की कई नई तकनीक विकसित हो चुकी हैं, जिसमें पॉलीहाउस (Polyhouse) का नाम भी शामिल है. कई किसान पॉलीहाउस (Polyhouse) के बारे में जानत…
बाहरी वातावरण की खेती और पॉली हाउस की खेती में मुख्य फर्क यही है कि बाहरी खेती खुले आसमान में की जाती है और पॉली हाउस में खेती एक संरक्षित तरीके से की…
जहां कोरोना काल ने कई लोगों से उनका रोजगार छीन लिया है, तो वहीँ कई लोगों को कुछ नया और अलग हटकर कुछ करने का मौका भी दिया है. जिससे लोगों के लिए यह आपद…